भीड़ द्वारा कानून हाथ मे लेकर इंसाफ के नाम पर पिटाई व हत्या (मॉब लिंचिंग) पर सुप्रीम कोर्ट भले ही सख्त हो, बिहार में ऐसी घटनाएं नहीं रूक नहीं। ऐसे दो ताजा मामले बांका व सिवान के हैं। बांका में जहां एक मजदूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, वहीं सिवान में बच्चा चोरी का आरोप लगा तीन युवकों को बांधकर बुरी तरह पीटा गया।
बांका में मजदूर की पीट-पीटकर हत्या
बांका के बेलहर थाना क्षेत्र के सिमराटांड़ गांव में बीती रात्रि छोटन खैरा (42) की लाठी डंडे से पीट-पीटकर कर हत्या कर दी गई। घटना के बाद हत्यारे लाश को जंगल में जलाकर पिटाई के सारे साक्ष्य खत्म करने की फिराक में थे। लेकिन वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच गई। उसने शव को कब्जे में ले लिया।
मृतक के भतीजे गभोरी खैरा ने घटना की नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। सभी आरोपित घर छोड़कर फरार हो गए हैं। घटना का कारण आपसी रंजिश बताई जाती है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
सिवान में बच्ची को अगवा करने के आरोप में तीन युवकों की पिटाई
उधर, सिवान के हुसैनगंज थाना क्षेत्र के हथौड़ी टोला रामनगर गांव में बुधवार काे बगीचे में खेल रही मासूम बच्ची को बोरे से ढककर अगवा कर रहे तीन युवकों को ग्रामीणों ने पकड़कर पेड़ से बांधकर जमकर पिटाई की। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस तीनों को ग्रामीणों से छुड़ाकर थाने लाई। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपितों के अन्य साथी भागने में सफल रहे।
बताया जाता है कि गांव के मिठू यादव की पुत्री रानी कुमारी (5) बुधवार को अपने घर के बगल बगीचे में खेल रही थी। आधा दर्जन की संख्या में आए युवक उसे बोरे से ढककर उठाकर भागने लगे। तभी घर की छत पर खेल रही उसकी बहन प्रीति कुमारी ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर खेत में काम करने वाले ग्रामीण और आसपास के लोग एकत्रित हो गए। तीन लोगों को गांव वालों ने पकड़ लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी। उधर, तीनों युवकों का कहना है कि वे कबाड़ चुनने गए थे, लेकिन लोगों ने उन्हें बच्चा चोर कहकर पकड़ लिया और पेड़ से बांध कर पिटाई शुरू कर दी।