बच्चों ने कहा मम्मी-पापा से डर लगता है, समिति ने बच्चे सौंपने से किया इंकार
टीला जमालपुरा निवासी पति-पत्नी आपस में लड़ाई कर बच्चों को छोड़कर भागने के मामले में शुक्रवार को बच्चों को बाल कल्याण समिति(सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया गया। चाइल्ड लाइन की टीम बुधवार रात को तीनों बच्चों को रेस्क्यू किया था। समिति की बेंच में तीनों बच्चे और उनके माता-पिता मौजूद थे। काउंसलिंग में बच्चों के माता-पिता ने अपनी गलती मानी और बच्चों को ले जाने के की मांग की, लेकिन समिति ने पड़ोसियों द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर चाइल्ड लाइन को फिर से इनकी सामाजिक रिपोर्ट सोमवार को सौंपने के लिए कहा।
समिति ने बच्चों की काउंसलिंग की तो उन्होंने बताया कि कभी-कभी माता-पिता लड़ाई करते-करते हिंसात्मक रूप धारण कर लेते हैं, जिससे हमें डर लगता है। इसके बाद समिति ने माता-पिता के हिंसात्मक रवैये को देखते हुए बच्चों को सौंपने से इंकार कर दिया। बेंच के बाद तीनों बच्चों को मातृछाया भेजा गया। बेंच में बच्चों से संबंधित अन्य मामले भी रखे गए। लोक उत्थान संस्था से भी कुछ बच्चों के मामले आए थे। जिसमें समिति ने काउंसलिंग की गई।
बच्चों को मातृछाया भेज दिया गया है। सोमवार को फिर से रिपोर्ट तैयार कर समिति को पेश करेंगे। इसके बाद बच्चों को सौंपने के बारे में समिति विचार करेगी।