बीजेपी ने बताया- बांग्लादेशी घुसपैठियों को बचाना चाह रहीं बसपा प्रमुख मायावती
लखनऊ। असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के मुद्दे पर बसपा अध्यक्ष मायावती की प्रतिक्रिया से भाजपा की नाराजगी बढ़ी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने पलटवार करते हुए कहा कि जब असम में अवैध बांग्लादेशियों की घुसपैठ का मसला जनांदोलन बना तब मायावती का राजनीति में अता-पता नहीं था। कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिलाते हुए बसपा सुप्रीमो बांग्लादेशी घुसपैठियों को बचाना चाहती हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा कि अवैध घुसपैठियों के मुद्दे पर असम के सैकड़ों नौजवानों को जान गंवानी पड़ी। कांग्रेस के पास असम के समझौते को लागू करने की हिम्मत नहीं थी लेकिन भाजपा की सरकार ने हिम्मत दिखाई और यह काम कर दिखाया।
मायावती करतीं राष्ट्रभक्तों का अपमान
महेंद्र नाथ ने मायावती द्वारा उप्र के अल्पसंख्यकों को बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ जोडऩे के प्रयास को राष्ट्र विरोधी सोच का परिचायक बताया और कहा कि देश में रहने वाले अल्पसंख्यकों का देश देशभक्ति का अपना इतिहास रहा है। बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ उनका नाम जोड़कर मायावती राष्ट्रभक्तों का अपमान कर रही हैं। डॉ. पांडेय ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें वोट बैंक की लालच में सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों की भी अनदेखी करती रहीं। भाजपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की मंशा के अनुरूप कदम उठाया है। असम की जनता की भावनाओं के अनुरूप और देश की सीमाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही असम सरकार व केंद्र सरकार काम कर रही है।
दलितों में भाजपा पैठ से मायावती भयभीत
महेंद्र नाथ कहा कि न्यायालय की अवहेलना करने का बसपा प्रमुख का पुराना इतिहास रहा है। अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में स्मारकों और मूर्तियों का निर्माण न्यायालय की रोक के बावजूद जारी रखा। इसीलिए बसपा प्रमुख आज भी संवैधानिक संस्थाओं के दिशा निर्देशों के खिलाफ खड़ी होने से गुरेज नहीं कर रही हैं। पांडेय ने कहा कि दलितों, पिछड़ों के बीच भाजपा का संपर्क और संवाद लगातार बढ़ रहा है, जिससे मायावती भयभीत हैं। मोदी-योगी सरकार द्वारा दलितों, पिछड़ों व गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं से भाजपा का जनाधार लगातार बढ़ रहा है।