भाजपा सरकार पदों में समायोजित कर कार्यकर्ताओं का बढ़ा रही उत्साह
लखनऊ । लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही योगी सरकार भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को आयोग और विभिन्न सरकारी संगठनों में समायोजित कर रही है। सरकार बनने के बाद अपेक्षित महत्व न मिलने से कार्यकर्ताओं के उत्साह में कमी आई थी। सरकार और संगठन की समन्वय बैठकों में इस विषय पर खूब मंथन हुआ और अब उसी का प्रतिफल है कि कार्यकर्ताओं को तरजीह मिलने लगी है।
जिलों में बनी समन्वय समितियों की संस्तुतियों पर थाना, ब्लाक, तहसील और जिला मुख्यालय से लेकर शासन तक सुनवाई है। जनप्रतिनिधियों को अपेक्षित महत्व की हिदायत दी गई है। उनके प्रस्तावों पर तेजी से कार्य हो रहे हैं। इस बीच सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर कार्यकर्ताओं का समायोजन हो रहा है। इसमें हर वर्ग का ख्याल रखा जा रहा है। दलित, पिछड़ों और महिला कार्यकर्ताओं के समायोजन में तेजी आई है। बानगी के तौर पर 2017 के चुनाव में विधायक रहते हुए भी नोएडा से विमला बाथम का टिकट कट गया था।
वह पार्टी उम्मीदवार के साथ सक्रिय रहीं और अब उन्हें महिला आयोग का अध्यक्ष बनाकर महत्व दिया गया है। आयोग में उपाध्यक्ष से लेकर सदस्यों तक में अधिकांश संगठन से जुड़े हैं और पार्टी के खराब दिनों में भी उनकी सक्रियता कम नहीं रही। इसी तरह अन्य आयोगों में भी कार्यकर्ताओं का समायोजन किया गया है। केशव प्रसाद मौर्य की कार्यकारिणी में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे बाबूराम निषाद को इस बार संगठन में मौका नहीं मिला तो उन्हें पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम का चेयरमैन बनाकर उनका महत्वपूर्ण समायोजन किया गया।
इसी तरह बीएल वर्मा, बृजलाल, लालजी प्रसाद निर्मल, विशेष गुप्ता समेत कई प्रमुख नाम हैं जिन्हें महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने सरकार को ऐसे बहुत से कार्यकर्ताओं की सूची सौंपी है जिन्हें अभी महत्वपूर्ण पदों पर समायोजित किया जाना है।
ध्यान रहे कि विधानसभा चुनाव में जब प्रचंड बहुमत से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो कार्यकर्ताओं की उम्मीदें आसमान छूने लगीं।
चौदह वर्ष तक सपा-बसपा की सरकारों में संघर्षरत रहे भाजपा कार्यकर्ता परिवर्तन की आस में थाना, तहसील और जिला मुख्यालयों पर गए लेकिन, उन्हें निराशा हाथ लगी। जनप्रतिनिधियों से लेकर संगठन के पदाधिकारियों तक ने अपनी शिकायत संगठन और सरकार से दर्ज कराई। यह शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तक पहुंची थी। पर, अब विभिन्न संगठनों में तेजी से हो रहे मनोनयन और समायोजन से कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है।