बिहार मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे से गरमायी सियासत, जारी है बयानबाजी
पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 बच्चियों से हुए यौनशोषण के मामले में सीबीआइ जांच के खुलासे के बाद समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने बुधवार को अपना इस्तीफा दे दिया। मंत्री ने विपक्ष और मीडिया पर यह आरोप लगाते हुए कहा कि आपलोग ही हाथ धोकर पीछे पड़े थे कि मंत्री जी कब इस्तीफा दे रही हैं? मैंने अपने मन से इस्तीफा दी हूं और मांग करती हूं कि सीबीआइ को जो भी कॉल डिटेल मिला है उसे सार्वजनिक करे और जो लोग आरोपी हों सबपर कार्रवाई हो। उन्होंने आज भी कहा कि मेरे पति निर्दोष हैं।
तेजप्रताप ने कहा-छोटी मछली को आगे किया गया
मंत्री के इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारे में बयानबाजी तेज है। मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष लगातार राज्य की एनडीए सरकार पर हमलावर था। तेज प्रताप ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि छोटी मछली को आगे कर नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचा रहे हैं।
जाप नेता ने कहा-पप्पू यादव के संघर्ष के बाद मंत्री ने दिया इस्तीफा
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इसतीफे पर कहा कि बिहार सरकार की मंत्री मंजू वर्मा का इस्तीफा जन अधिकार पार्टी के आंदोलन और पप्पू यादव के द्वारा सदन से लेकर सड़क तक किए गए संघर्षों के दबाव के कारण संभव हुआ है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से लगातार जन अधिकार पार्टी ने मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले को लेकर सीबीआई जांच और मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर लोकसभा से लेकर पटना में राजभवन मार्च करके लगातार पूरे राज्य भर में संघर्ष आंदोलन के माध्यम से राज्य सरकार को मजबूर किया। इसका प्रतिफल है आज मंजू वर्मा का इस्तीफा देना पड़ा।
उदय नारायण चौधरी-प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा-मुख्यमंत्री भी दें इस्तीफा
मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे पर पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने कहा कि मंजू वर्मा ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस्तीफा दें। वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि विपक्ष के दबाव कारण ही मंजू वर्मा ने इस्तीफा दिया है।उन्होंने कहा कि मंजू वर्मा के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इस्तीफा देना चाहिए था।
कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने कहा-सरकार का सही कदम
वहीं, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि देर से ही सही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सही फैसला किया है। इससे प्रशासन में शुचिता बढेगी और निष्पक्ष जांच में मदद मिलेगी।
भाजपा ने कहा-सरकार पारदर्शिता पर ना उठाएं सवाल
बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा कि बिहार सरकार पारदर्शी तरीके से काम कर रही है और पारदर्शिता पर कोई सवाल नहीं उठा सकता, इसलिए मंजू वर्मा ने इस्तीफा दिया है।
वामदलों ने कहा-ये महिलाओं और लेफ्ट की जीत है
मंजू वर्मा के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए भाकपा पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र ने कहा ये लेफ्ट और महिला आंदोलन की जीत है। वाम नेताओं ने कहा कि मुजफ्फरपुर सहित अन्य शेल्टर गृह मामले में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा व उनके पति चंद्रशेखर वर्मा की भूमिका के कई सबूत सामने आ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा कोटे से मंत्री सुरेश शर्मा भी सवालों के घेरे में हैं लेकिन सरकार इन मंत्रियों को हटाने की बजाए निर्लज्ज तरीके से इन नेताओं का बचाव कर रही है। जाहिर है सरकार निष्पक्ष जांच की बजाए इसे प्रभावित और छोटी मछलियों को निशाना बनाकर बड़े लोगों को बचाने का काम कर रही है। यह इसलिए भी कि इस जघन्य व सत्ता संरक्षित अपराध के तार सत्ता के शीर्ष नेताओं तक पहुंच रहे हैं।
जदयू ने कहा-सबके कॉल डिटेल की जांच हो
इन प्रतिक्रियाओं पर जदयू विधानपार्षद रामेश्वर महतो ने कहा कि ब्रजेश ठाकुर का कॉल डिटेल्स सार्वजनिक करना चाहिए। विरोधी दल के नेताओं के भी कॉल डिटेल की जांच होनी चाहिए। किस-किसने ब्रजेश ठाकुर से बात की ये भी अब बताना चाहिए।
मंत्री मंजू वर्मा ने कहा-मेरे पति निर्दोष हैं
वहीं, इस्तीफा देने के बाद मंत्री मंजू वर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि मेरा पति निर्दोष है, वो निर्दोष साबित होंगे।सीबीआइ की जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा और जिन्होंने मुझपर और मेरे पति पर आरोप लगाया उनपर मानहानि का मुकदमा करूंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में विपक्ष और मीडिया हायतौबा मचा रहा जो कि गलत है।