बिहार

मुजफ्फरपुर कांड के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर के अखबार के दफ्तर से मिला अय्याशी का सामान

बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह सेक्स रैकेट कांड में सीबीआई ने शुक्रवार को राज्य के 12 जगहों पर छापेमारी की. पटना में सीबीआई ने एक तरफ जहां पूर्व समाज कल्याण विभाग की मंत्री मंजू वर्मा के ठिकाने पर छापेमारी की वहीं दूसरी तरफ इस कांड के मास्टरमाइंड बृजेश ठाकुर के हिंदी अखबार प्रातः कमल के पटना दफ्तर में भी सघन तलाशी ली.

गौरतलब बात है कि पटना में स्थित प्रातः कमल के दफ्तर में सीबीआई को छापेमारी के दौरान ऐसी चीजें प्राप्त हुई जिससे उनके होश उड़ गए. एक और जहां इस दफ्तर से सीबीआई ने एक डायरी बरामद की जिसमें कोडवर्ड में कई नाम लिखे हुए थे तो दूसरी तरफ भरपूर मात्रा में अय्याशी का सामान भी बरामद किया है.

जहां तक डायरी की बात है तो इस डायरी में कोडवर्ड में कई नाम और मोबाइल नंबर लिखे हुए थे. जब इन नंबरों पर फोन किया गया तो अजीबोगरीब नाम सामने आए जैसे रीना भाभी जी, नीता पार्लर, रमेश पोद्दार और सीएल सिंह.

डायरी में कोडवर्ड में लिखे नाम और नंबर काफी असाधारण से हैं और इसी वजह से सीबीआई को शक है कि यह सभी नाम और नंबर मुजफ्फरपुर बालिका गृह सेक्स रैकेट से जुड़े हो सकते हैं. यह दफ्तर कम और एक होटल ज्यादा लगता है. सीबीआई छापेमारी के दौरान इस दफ्तर में दो पलंग मिले जिनमें से एक बड़ा था और एक छोटा. सीबीआई की टीम ने यहां से अय्याशी के कई सामान जैसे कि कंडोम, नेपाली सिगरेट, नमकीन और सोडा की बोतलें, यौनवर्धक दवाइयां और कई प्रकार की क्रीम बरामद की है.

अय्याशी के इस सामान को देख कर यह समझना मुश्किल नहीं है कि अखबार के नाम पर चल रहे इस ऑफिस में क्या गोरख धंधा चलता होगा. प्रातः कमल अखबार के दफ्तर से सीबीआई को बृजेश ठाकुर के कई आई कार्ड भी मिले जिनमें से एक निर्वाचन आयोग द्वारा निर्गत पास था जो चुनाव के दौरान कवरेज के लिए पत्रकारों को दिया जाता है. बिहार विधान परिषद का भी एक आई कार्ड बृजेश ठाकुर के नाम का इस दफ्तर से मिला. सीबीआई ने इन सभी सामानों को जब्त कर लिया है.

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