आज लखनऊ पहुंचेंगी अटल जी की अस्थियां, प्रदेश के सभी प्रमुख नदियों में होगा विसर्जित
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में 94 साल की उम्र में आखिरी सांस ली थी। उनके पार्थिव शरीर को दर्शनों के लिए पहले उनके आवास पर रखा गया था। इसके बाद भाजपा मुख्यालय में आम लोगों ने अपने प्रिय नेता के नम आंखों से अंतिम दर्शन किए। इसके बाद उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ स्मृति स्थल पर अंतिम विदाई दी गई। बेटी नमिता कौल ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनकी पोती निहारिका फूट-फूटकर रोते हुए दिखाई दे रही थी जबकि सभी की आंखे नम थीं।
अब उनकी अस्थियों को पवित्र नदियों में विसर्जित करने का काम होगा। अस्थियों को इकट्ठा करने के लिए बेटी नमिता और नातिन निहारिका स्मृति स्थल पहुंच गए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियों को प्रेम आश्रम, उसके बाद रोड़ के रास्ते उत्तराखंड के हरिद्वार की हर की पैड़ी में ले जाया जाएगा। उनकी अस्थियां लखनऊ एयरपोर्ट भी पहुंचेंगी। जहां 18 अस्थि कलश मौजूद होंगे। यहां से भाजपा मुख्यालय तक अस्थि कलश यात्रा निकाली जाएगी। अस्थियों को भाजपा कार्यालय में रखा जाएगा ताकि लोग श्रद्धांजलि दे सकें। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया था कि लखनऊ में 23 अगस्त को गोमती में अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।
अटल के निधन के बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी प्रमुख नदियों में अस्थियां विसर्जित करने की घोषणा की थी। उसी कड़ी में नदियों में अस्थियां विसर्जित करने का कार्यक्रम तय हुआ है। उन्होंने बताया कि 20 अगस्त को सुबह 10 बजे भाजपा कार्यालय से प्रदेश के 18 स्थानों पर प्रवाहित करने के लिए अस्थि कलश भेजे जाएंगे। जहां-जहां अस्थियां जाएंगी, वहां अस्थि कलश यात्राएं निकाली जाएंगी। उसके बाद पवित्र नदियों में विसर्जन का कार्यक्रम होगा। इस तरह 75 जिलों की सभी 163 नदियों में भारत रत्न अटल की अस्थियां विसर्जित होंगी। इससे पहले इतिहास में कभी किसी की अस्थियां इतने बड़े पैमाने पर विसर्जित नहीं की गई हैं।