बिहार

वर्चस्व की लड़ाई में मारा गया कुख्यात संतोष झा, मुकेश पाठक बना गैंग लीडर

संगठन में वर्चस्व की लड़ाई में गैंगस्टर संतोष झा की हत्या कराई गई। अब मुकेश पाठक को बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का नया चीफ चुन लिया गया है। हत्या की साजिश सीतामढ़ी जेल में ही रची गई थी। लाइनर की भूमिका डेविड नामक युवक ने अदा की थी। इसके लिए विकास व उसके साथियों को मोटी रकम व पिस्टल उपलब्ध कराई गई थी। 

उधर, संतोष झा की हत्या के बाद बुधवार को मुकेश पाठक को संगठन का नया चीफ चुना गया। संगठन से जुड़े राजा मिश्रा, रुद्र त्रिपाठी व सोनू पांडेय ने इसका एलान किया।

संगठन के सूत्रों की मानें तो पैसों के हवस में संतोष झा नियमों की अवहेलना कर रहा था। संगठन का मुख्य उद्देश्य समाज के गरीब व असहायों की रक्षा करना था। इसके लिए संगठन के सदस्यों ने चंदे के रूप में मोटी रकम दी थी।

लंकेश झा ने अपनी जमीन व मकान बेचकर संगठन को 22 लाख रुपये दिए थे, जिसे संतोष ने निजी काम में खर्च कर दिया। बाद में उसकी हत्या भी करा दी। इसका मुकेश पाठक ने विरोध भी किया था। बताया कि जो भी संतोष का विरोध करता था, वह उसकी हत्या करा देता था।

संतोष ने मुकेश पाठक व उसके परिजनों की भी हत्या की साजिश रची थी। यही वजह है कि संगठन ने संतोष की हत्या का निर्णय लिया। बताया कि जो भी लोग संगठन के नियम के विरुद्ध काम करेंगे, उनका यही अंजाम होगा।

सीतामढ़ी-मोतिहारी में छापेमारी

संतोष झा हत्याकांड में सीतामढ़ी व मोतिहारी में जगह-जगह छापेमारी जारी रही। मौका ए वारदात से गिरफ्तार विकास से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर जिला मुख्यालय डुमरा के कृष्णापुरी स्थित किराये के मकान पर छापेमारी की। इस दौरान उसके कमरे को सील कर दिया।

वहीं उसके सहयोगी वैशाली निवासी डेविड की तलाश में पुलिस की टीम ने अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की। बताया गया है कि विकास उक्त कमरे में सात अगस्त से रह रहा था। 16 अगस्त को वह गांव गया था और 25 अगस्त को वापस लौटा था।

इस बीच मुजफ्फरपुर से आई फॉरेंसिक विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने घटनास्थल पर पहुंच जांच की। इस दौरान रक्त के नमूने लिए गए। टीम ने हाजत प्रभारी से जानकारी ली। डीएम डॉ. रणजीत कुमार ङ्क्षसह व एसपी विकास वर्मन ने पूरे कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया। कोर्ट की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। 

छह पुलिसकर्मी निलंबित 

एसपी ने संतोष झा की सुरक्षा में प्रतिनियुक्त एक हवलदार व पांच जवानों समेत छह पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। जबकि, हाजत की सुरक्षा में चूक को लेकर जांच जारी रहने व दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश से पूछताछ की गई है। उसने पहले गलत जानकारी देकर बरगलाने की कोशिश की। उसने बताया कि उसके पिता की हत्या कर दी गई थी, लेकिन वह ङ्क्षजदा हैं। मामला वर्चस्व की लड़ाई से जुड़ा है।

घटना में शामिल अन्य बदमाश चिन्हित कर लिए गए हैं। सीतामढ़ी पुलिस की टीम डीएसपी सदर व डीएसपी मुख्यालय के नेतृत्व में मोतिहारी में भी छापेमारी कर रही है।

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