देश

दिल्ली: राष्ट्रपति भवन के सर्वेंट क्वार्टर में मिली अधेड़ की लाश

राष्ट्रपति भवन के सर्वेंट क्वार्टर में गुरुवार देर रात एक अधेड़ व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सर्वेंट कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया. मृतक की पहचान 50 वर्षीय त्रिलोकचंद के रूप में हुई है.राष्ट्रपति भवन के सर्वेंट क्वार्टर में गुरुवार देर रात एक अधेड़ व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सर्वेंट कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया. मृतक की पहचान 50 वर्षीय त्रिलोकचंद के रूप में हुई है.  पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है. हालांकि त्रिलोकचंद की मौत कैसे हुई, अभी यह रहस्य बना हुआ है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई. जानकारी के मुताबिक, त्रिलोकचंद प्रेसिडेंट सेक्रेटेरिएट में मल्टीटास्किंग का काम करता था.  पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के आधार पर पता चला है कि करीब पांच दिन पहले ही त्रिलोकचंद की मौत हो गई थी. गर्मी के कारण शव बुरी तरह सड़ चुका था. पुलिस के मुताबिक त्रिलोकचंद परिवार समेत यमुना पार गांधीनगर में रहता था.  उसके परिवार में पत्नी, एक बेटा और बुजुर्ग मां है. त्रिलोकचंद के कुल्हे की हड्टी टूटी हुई थी, जिससे उसे चलने-फिरने में काफी दिक्कत होती थी. वह गत दो मई को गांधीनगर से अपने नाम से राष्ट्रपति भवन में आवंटित सर्वेंट क्वार्टर नम्बर 44 में आ गया था.  सर्वेंट क्वार्टर में रहने वाले उसके पड़ोसियों ने बताया कि उन्हें लगा कि त्रिलोकचंद वापस गांधीनगर चला गया है. मगर गुरुवार रात करीब 10 बजे जब त्रिलोकचंद के कमरे से दुर्गंध उठी तो पड़ोसियों ने पुलिस को जानकारी दी.  सूचना मिलते ही साउथ एवेन्यू पुलिस मौके पर पहुंच गई. त्रिलोकचंद का रूम अंदर से बंद था. पुलिस ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा तो पाया कि त्रिलोकचंद मरा पड़ा था और उसका शव सड़ने लगा था. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा.

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है. हालांकि त्रिलोकचंद की मौत कैसे हुई, अभी यह रहस्य बना हुआ है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई. जानकारी के मुताबिक, त्रिलोकचंद प्रेसिडेंट सेक्रेटेरिएट में मल्टीटास्किंग का काम करता था.

पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के आधार पर पता चला है कि करीब पांच दिन पहले ही त्रिलोकचंद की मौत हो गई थी. गर्मी के कारण शव बुरी तरह सड़ चुका था. पुलिस के मुताबिक त्रिलोकचंद परिवार समेत यमुना पार गांधीनगर में रहता था.

उसके परिवार में पत्नी, एक बेटा और बुजुर्ग मां है. त्रिलोकचंद के कुल्हे की हड्टी टूटी हुई थी, जिससे उसे चलने-फिरने में काफी दिक्कत होती थी. वह गत दो मई को गांधीनगर से अपने नाम से राष्ट्रपति भवन में आवंटित सर्वेंट क्वार्टर नम्बर 44 में आ गया था.

सर्वेंट क्वार्टर में रहने वाले उसके पड़ोसियों ने बताया कि उन्हें लगा कि त्रिलोकचंद वापस गांधीनगर चला गया है. मगर गुरुवार रात करीब 10 बजे जब त्रिलोकचंद के कमरे से दुर्गंध उठी तो पड़ोसियों ने पुलिस को जानकारी दी.

सूचना मिलते ही साउथ एवेन्यू पुलिस मौके पर पहुंच गई. त्रिलोकचंद का रूम अंदर से बंद था. पुलिस ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा तो पाया कि त्रिलोकचंद मरा पड़ा था और उसका शव सड़ने लगा था. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा.

Related Articles

Back to top button