छात्रा के खाते से जालसाज ने उड़ाए एक लाख रुपये

लखनऊ, इंदिरा नगर में आइएएस की तैयारी कर रही छात्रा के खाते से जालसाज ने एक लाख रुपये निकाल लिए। आरोप है कि मामले में बैंक और पीडि़ता के बीच हुई बातचीत का डाटा जालसाज के पास पहुंच गया था। मामले में पीडि़ता ने ई-एफआइआर के साथ साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
पीडि़ता मूलरूप से अंबेडकर नगर की रहने वाली है। वह अपने बड़े भाई के साथ इंदिरा नगर में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही है। गुरुवार को एक जालसाज ने छात्रा पास फोन किया और खुद को पीएनबी बैंक का कर्मचारी बता ओटीपी पूछकर खाते से दो बार में एक लाख रुपये निकाल लिए। यह पैसे उनके खाते में कोचिंग फीस और खर्च के लिए जमा थे। पीडि़ता के मुताबिक कुछ दिन पहले उनके पीएनबी एटीएम से 9 हजार रुपये निकले बिना ही खाते से कट गए। इसकी उन्होंने बैंक के हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दी थी। दो दिन पहले ही यह पैसे उनके खाते में वापस आए थे।
कैसे लीक हुई जानकारी
पीडि़ता का आरोप है कि जालसाज ने फोन पर खुद को बैंककर्मी बता पैसे वापस आने की बात पूछी। इसके बाद शिकायती फाइल बंद करने के नाम पर कुछ जानकारी देने को कहा। उसने बैंक हेल्पलाइन पर हुई बात की पूरी जानकारी थी। उसने पीडि़ता के खाते और डेबिट कार्ड का नंबर तक बताया। इसके बाद विश्वास में लेकर पीडि़ता से ओटीपी ले लिया। पैसे कटने के बाद पीडि़ता को ठगी का एहसास हुआ।
कंज्यूमर फोरम से नहीं मिली मदद
पीडि़ता के भाई ने बताया कि उन्होंने नेशनल कंज्यूमर फोरम की हेल्पलाइन 1800114000 पर बैंक के स्तर से डाटा लीक होने की शिकायत दर्ज कराने के लिए फोन दिया, लेकिन वहां बैंक के खिलाफ शिकायत लेने से इन्कार करते हुए बैंक से ही संपर्क करने के लिए कहा।



