दिल्ली में मां-बेटी की बेरहमी से हत्या, बिखरा पड़ा था कमरे का सामान
दिल्ली के मियांवली इलाके के गुरू हरीकृष्ण नगर में शनिवार सुबह एक ऐसी वारदात को अंजाम दिया गया, जिसे सुनकर इलाके के लोग सन्न हैं. दरसअल यहां के फ्लैट नंबर 965 में रहने वाली 65 साल की बुज़ुर्ग महिला और उनकी 40 साल की दिव्यांग बेटी का बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया.
वारदात की जानकारी तब मिली जब घर में काम करने वाली मेड रोजाना की तरह घर पर पहुंची. कई बार डोरबेल बजाने के बाद जब अंदर से कोई जबाब नहीं मिला, तब मेड घर के पीछे के रास्ते से घर में जाने का फैसला किया.
पिछला दरवाजा पहले से ही खुला था. मेड घर के अंदर दाखिल हुई तो अंदर का नजारा देख उसके होश उड़ गए.बुजुर्ग महिला शशि की लाश किचन में जमीन पर पड़ी हुई थी. जबकि, उसकी दिव्यांग बेटी निधि की लाश साथ वाले कमरे में थी.
सूचना मलिने पर पुलिस मौके पर पहुंची. डीसीपी सेजु पी कुरुविल्ला के मुताबिक, महिला की हत्या चाकू से गला रेतकर की गई. जबकि, लड़की की मौत किसी गहरी चोट की वजह से हुई है. उसे मारने से पहले उसके हाथ और मुंह को बांध दिया गया था.
पुलिस को शक है कि वारदात को अंजाम देने वाले जान-पहचान के हो सकते हैं क्योंकि ड्रॉइंग रूम में टेबल पर दो चाय के कप रखे हुए मिले हैं. मां-बेटी के शरीर पर किसी गहने को नहीं चुराया गया है.
पुलिस के मुताबिक घर से किसी तरह का कोई कीमती सामान गायब होने की कोई जानकारी अब तक नही मिली है. ऐसे में लूट के मकसद से हत्या की गई होगी ऐसा नहीं लगता. हालांकि, निधि के कमरे का सामान बिखरा पड़ा था.
जांच करने पहुंची क्राइम ब्रांच के मुताबिक तीन महीने पहले ही घर की मेड सुमित्रा को काम पर रखा गया था. उसका वेरीफिकेशन किया गया था या नहीं, ये पुलिस पता लगा रही है.
सुमित्रा कल शाम को भी काम करने आई थी, लेकिन घर का दरवाजा नहीं खोले जाने पर वापस चली गई थी. घर के पीछे का दरवाजा खुला था. यानी कातिल पीछे के दरवाजे से ही घर में दाखिल हुए थे.
मृतका शशि के पति की दो साल पहले मौत हो गई थी. उनका एक बेटा कनाडा में रहता है और दूसरा बेटा मुंबई में. इस घर के बाहर कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा हुआ है.
पुलिस फॉरेंसिक एक्सपर्ट और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से मामले की जांच कर रही है.