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हिमाचल प्रदेश में आरटी-पीसीआर रिपोर्ट व वैक्सीन सर्टीफिकेट दिखाने पर होगी एंट्री

कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में मंगलवार देर रात हुई मंत्रिमंडल बैठक में इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई.

मामले की गंभीरता को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि 10 अगस्त तक राज्य सरकार स्थिति पर नजर रखेगी, ऐसे में यदि संक्रमण नहीं रुका तो आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश में आरटी-पीसीआर रिपोर्ट व वैक्सीन सर्टीफिकेट दिखाने पर ही प्रवेश मिलेगा. इसके अलावा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फिर से प्रतिबंधों को लगाया जा सकता है.

यानि पहले की तरह सार्वजनिक कार्यक्रमों में लोगों की संख्या को सीमित करने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में भीड़ कम करने को लेकर नए सिरे से आदेश जारी किए जा सकते हैं. उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि लगातार बढ़ रहे कोरोना मामले चिंता बढ़ा रहे हैं

जिसको देखते हुए एक बार फिर से पाबंदी बढ़ाने का निर्णय लिया है जिसमें दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है. लेकिन यदि किसी व्यक्ति ने दो डोज़ कोरोना वैक्सीन की लगा दी है

तो उसे आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य नहीं होगा उस व्यक्ति को सीमाओं पर वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों पर हमें सजग होने की जरुरत है जिसके चलते अब सख्त निर्णय भी लेने पड़ सकते हैं.

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि राज्य में पहले की तरह कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. बैठक में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोविड-19 को लेकर प्रैजैंटेशन भी दी गई,

जिसमें वर्तमान स्थिति और संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों को लेकर समीक्षा की गई.उल्लेखनीय है कि राज्य में इस समय कोरोना संक्रमण के 1414 एक्टिव केस हैं.

इसमें मंडी जिले में सबसे अधिक 318 और सिरमौर जिले में सबसे कम 12 मामले हैं. इसी तरह चम्बा, कांगड़ा और शिमला जिले में कोरोना एक्टिव केस 200 से 300 का आंकड़ा पार कर गए हैं. राज्य में कोरोना के कारण मरने वालों का क्रम भी जारी है और अब तक इससे 3,505 लोग दम तोड़ चुके हैं.

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