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मुख्यमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद की जयन्ती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद की जयन्ती के अवसर पर आज यहां ग्लोब पार्क स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रयागराज में स्थापित किए जा रहे राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का नामकरण डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद के नाम करने का निर्णय लिया गया है।  
     मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद जी का व्यक्तित्व विराट था। वह अपनी सादगी व सत्य निष्ठा के लिए जाने जाते हैं। महात्मा गांधी के नेतृत्व मंे देश के स्वाधीनता आन्दोलन में उनका अमूल्य योगदान था। डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में देश की संविधान सभा ने दुनिया के सबसे बड़े संविधान को 02 वर्ष 11 माह 18 दिन में बनाने में सफलता प्राप्त की। आजाद भारत की व्यवस्था को कैसे व्यवस्थित रूप से संचालित किया जाए, यह डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद के मार्गदर्शन में भारत की संविधान सभा ने करके दिखाया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद जी ने लगातार 12 वर्षाें तक देश के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। राजसी ठाठ-बाट से दूर रहने वाले डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद ने उस दौरान जिन परम्पराओं की शुरुआत की थी, वह आज भी राष्ट्रपति भवन में देखने को मिलती है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 के दौरान प्रयागराज के किले में प्रेसिडेन्शियल सुइट को देखने का उन्हें अवसर प्राप्त हुआ। इस सम्बन्ध में जानकारी करने पर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद के लिए यह प्रेसिडेन्शियल सुइट बनाया गया था। डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद कुम्भ तथा प्रत्येक वर्ष माघ मेले में कल्पवास हेतु प्रयागराज आते थे, जो भारत की परम्परा और आस्था के प्रति उनके अटूट लगाव को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के मान के बिन्दुओं को पुनर्स्थापित करने का कार्य किया। सोमनाथ मन्दिर के पुनरुद्धार में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस अवसर पर न्याय एवं विधायी मंत्री श्री बृजेश पाठक, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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