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किसानों और खापों की आवाज से गूंजा जींद सचिवालय

किसान आंदोलन 2 के चलते फरवरी में युवा किसान नेता अक्षय नरवाल और उसके साथियों को जींद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद वो जमानत पर बाहर आ गए थे। फिर 19 मार्च की सुबह युवा किसान नेता अनीश खटकड़ को जींद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया।

बता दें 19 मार्च से ही अनीश खटकड़ जेल में आमरण अनशन पर बैठा हैं और किसानों और परिवार वालों का कहना हैं कि आमरण अनशन के कारण उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं हैं।  जिसके बाद जींद के किसानों और खांपो में जींद प्रशासन के प्रति भारी रोष है। अनीश खटकड़ से मुलाकात की मांग को लेकर किसानों और खांपो ने सैकड़ो की संख्या में जींद सचिवालय में प्रदर्शन किया और जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।

किसानों ने कहा कि 19 मार्च से अनीश खटकड़ जेल में बंद हैं और परिवार की मुलाकात नहीं हो पाई। इन सभी मांगों को लेकर वो उपायुक्त से मिले ताकि अनीश से उनके परिवार की मुलाकात हो सके, जिससे अनीश खटकड़ को जरूरी सामान उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि उपायुक्त महोदय ने आश्वासन दिया है कि वो जेल प्रशासन से बात करके परिवार की मुलाकात की व्यवस्था करवाएंगे।

उन्होंने कहा कि अनीश खटकड़ को सुबह-सुबह उठाकर प्रशासन ने सही नहीं किया। वो सुबह ऐसा कुछ नहीं कर रहा था वो सुबह टेंट की व्यवस्था देखने के लिए आया था। जब से उसको जेल भेज गया है तब से उनके परिवार की मुलाकात नहीं हो पाई। ये कोई कानून नहीं है एक व्यक्ति को नाजायज पकड़ो और उसको जेल में डाल दो, फिर उसकी मुलाकात भी ना होने दे।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को DC साहब से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया, कम से कम उनके परिवार की मुलाकात करवाई जाए। DC ने उन्हें आश्वासन दिया कि वो उनके परिवार की मुलाकात करवाएंगे।

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