राजनाथ सिंह की नौजवानों को नसीहत- कभी भी तबाही का रास्ता मत पकड़ना
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह अपने दो दिवसीय दौरे पर जम्मू-कश्मीर में हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को कोई भी गुमराह कर सकता है, गुमराह हुए बच्चों को ध्यान में रखते हुए हमने पत्थरबाजों के केस वापस लिए थे। जम्मू-कश्मीर के बच्चों में गजब की प्रतिभा है, उस प्रतिभा को मौका मिलना चाहिए। सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं। तालीम की ताकत और खेल की करामात से बदलाव आ सकता है। राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि मेरे नौजवानों, कभी भी तबाही का रास्ता मत पकड़ना, हमेशा तरक्की का रास्ता पकड़ना।
राजनाथ ने यहां जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान राजनाथ सिंह राज्य में आतंक विरोधी अभियान की समीक्षा करेंगे और एक सीमावर्ती जिले का दौरा करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री वहां मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भी हिस्सा ले सकते हैं।
अपने दौरे में केंद्रीय गृह मंत्री राज्य की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेंगे। वह खास तौर से सीमावर्ती इलाके और उपद्रव ग्रस्त घाटी की स्थिति पर ध्यान देंगे। घाटी में कुछ समय पहले हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं। 16 मई को केंद्र ने रमजान के दौरान आतंक विरोधी अभियान निलंबित रखने की घोषणा की थी। केंद्रीय गृह मंत्री इसके बाद की स्थिति की विस्तृत समीक्षा करेंगे। अधिकारी ने कहा कि अभियान निलंबित किए जाने का नागरिकों के जीवन पर प्रभाव को समझने के लिए यह कदम जरूरी है।
गृहमंत्री के दौरे के साथ जुड़े एक वरिष्ठ सुरक्षाधिकारी की मानें तो अगर सब कुछ अनुकूल रहता है तो रमजान सीजफायर को दो माह का और विस्तार दिया जा सकता है। हुर्रियत के साथ वार्ता को लेकर उक्त अधिकारी ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
अलबत्ता, सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अपना नाम न छापे जाने की शर्त पर कहा कि गृहमंत्री का प्रस्तावित दौरा पाक रमजान के मद्देनजर घोषित किए गए युद्ध विराम को विस्तार देने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।