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दिल्‍ली फार्म हाउस फायरिंग: अर्चना गुप्‍ता की किडनी से दो लोगों को मिला नया जीवन

 नववर्ष की पार्टी के दौरान फायरिंग होने से गोली की शिकार हुई महिला अर्चना गुप्ता के परिजनों ने उनके अंगदान कर दिए हैं। उनकी किडनी से दो मरीजों को जीवनदान मिला है। इसमें एक मरीज में किडनी का प्रत्यारोपण वसंतकुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल में हुआ, जबकि दूसरे का अपोलो अस्पताल में प्रत्यारोपण किया गया।

अस्पताल ने की तारीफ 

मुसीबत की इस घड़ी में अंगदान के फैसले पर परिजनों के जज्बात की फोर्टिस अस्पताल ने तारीफ की है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार अर्चना को गोली लगने पर उन्हें एक जनवरी की रात 12 बजकर 18 मिनट पर फोर्टिस अस्पताल के इमरजेंसी में लाया गया था। तब उन्हें आइसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की पर कामयाब नहीं हुए। डॉक्टरों ने दो जनवरी को दोपहर करीब दो बजे उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया और परिजनों को अंगदान के लिए प्रेरित किया।

दो लोगों को मिला जीवनदान

परिजनों ने उनकी दोनों किडनी दान करने की स्वीकृति दी। मामला गोली लगने से संबंधित था। इसलिए अंगदान के लिए पुलिस से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया गया। इसके बाद अंगदान की प्रक्रिया पूरी की गई और इसकी सूचना फोर्टिस अस्पताल ने राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) को दी। नोटो के निर्देश पर एक किडनी फोर्टिस अस्पताल में ही 43 वर्षीय मरीज को प्रत्यारोपित किया गया, जबकि दूसरी किडनी अपोलो अस्पताल ले जाकर 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला को प्रत्यारोपित की गई है।

यह अंगदान का दुर्लभ मामला

यह अंगदान का दुर्लभ मामला है। सामान्य तौर पर हादसे में पीड़ितों का अंगदान अधिक होता है। आत्महत्या के कई मामलों में नेत्रदान देखे गए हैं। लेकिन, गोली लगने व हत्या के मामले में अंगदान बहुत दुर्लभ है, इसकी हर तरफ सराहना हो रही है।

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