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जनकपुरी होस्टल में लगी आग, जान बचाने को दूसरी मंजिल से कूदी लड़की

जनकपुरी में टार्गेट पीएमटी नामक एक कोचिंग इंस्टिट्यूट है जिसने कावेरी गर्ल्स होस्टल को लीज़ पर ले रखा था. दूर दराज़ से आए इस इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले बच्चों को ये होस्टल इंस्टिट्यूट द्वारा ही मुहैया कराया गया है और इसी होस्टल में लड़कियां रहती थीं.

दिल्ली के जनकपुरी इलाके में बीती रात लगभग 2:30 बजे कावेरी गर्ल्स होस्टल में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई. इसके बाद होस्टल के दरवाजे और खिड़कियां तोड़कर लड़कियों को बचाया गया. 50 से ज्यादा लड़कियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. आग से हुए धुएं के कारण 6 लड़कियां बेहोश हो गईं और बढ़ती आग को देखकर एक लड़की ने दूसरी मंज़िल से ही छलांग लगा दी और वह गंभीर रूप से घायल हो गई. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.

दरअसल जनकपुरी में टार्गेट पीएमटी नामक एक कोचिंग इंस्टिट्यूट है जिसने कावेरी गर्ल्स होस्टल को लीज़ पर ले रखा था. दूर दराज़ से आए इस इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले बच्चों को ये होस्टल इंस्टिट्यूट द्वारा ही मुहैया कराया गया है और इसी होस्टल में लड़कियां रहती थीं. तड़के सुबह जब आग लगी उस वक्त होस्टल में 50 से ज्यादा लड़कियां मौजूद थीं.

कोचिंग सेटर पर सख्त केजरीवाल सरकार

इससे पहले गुजरात के सूरत में एक कोचिंग सेंटर में आग लग गई थी. गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए इस अग्निकांड में 20 से ज्यादा बच्चों की जान जाने के बाद राजधानी दिल्ली में गैर कानूनी तरीके से सुरक्षा को ताक पर रखकर चलाए जा रहे कोचिंग को लेकर केजरीवाल सरकार और एमसीडी एक्शन मोड में हैं. सूरत जैसी स्थिति से बचने के लिए केजरीवाल सरकार और MCD ने ऐसे कोचिंग मालिकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया जो बिना सुरक्षा मानकों के दिल्ली में अपनी कोचिंग क्साल चला रहे हैं.

दिल्ली सरकार ने एक आर्डर पास कर दिल्ली फायर सर्विस समेत तमाम विभागों को आदेश दिया है कि जिस बिल्डिंग में कानून को ताक पर रखकर इस तरह कोचिंग संस्थान चलाए जा रहे हैं उन बिल्डिंग को चयनित किया जाए और वहां जांच की जाए. अगर जांच में कोचिंग संस्थान सुरक्षा के मानकों पर खरे नहीं उतरते हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए.

फायर विभाग की टीम ने दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में कोचिंग सेंटर में जाकर जांच पड़ताल की थी. चार मंजिला इमारत की तीसरी मंजिल पर बने इस कोचिंग सेंटर में एक साथ करीब 800 स्टूडेंट पढ़ सकते है. ऐसे में किसी हादसे से निपटने की कितनी तैयारी है इसका जांच टीम ने जायजा लिया. लोहे की सीढ़ियों से होते हुए जब फायर की टीम पहुची तो उन्हें वहां कई तरह की खामियां मिलीं.

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