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CAA प्रस्ताव : CAA प्रस्ताव के खिलाफ केरल, पंजाब के बाद आज बंगाल विधानसभा में पास होगा….

नागरिकता संशोधन के विरोध में देश भर में धरना प्रदर्शन हो रहे हैं। केरल, पंजाब और राजस्थान के बाद सोमवार को पश्चिम बंगाल विधान सभा में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया जाएगा। अगर सीएए के खिलाफ यहां ये प्रस्ताव पास हो जाता है तो यह देश का ऐसा चौथा राज्य होगा। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुरुआत से ही इस कानून का विरोध कर रही हैं।

 

सबसे पहले केरल सरकार ने सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया था. उसके बाद पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया. उसके बाद नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने वाला  राजस्थान तीसरा राज्य बन गया

केरल, पंजाब व राजस्थान के बाद आज पश्चिम बंगाल में भी 27 जनवरी को पेश किया जाएगा। तृणमूल कांग्रेस पार्टी आज सदन में ये प्रस्ताव पेश करेगी। बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से लाये जा  रहे इस प्रस्ताव का कांग्रेस और लेफ्ट दोनों ही दल समर्थन कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार ममता सरकार इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट भी जाएगी।

इन राज्यों के अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव  ने भी नागरिकता संसोधन कानून (CAA) का विरोध किया है. उनका कहना है कि सीएए एक गलत फैसला है. सीएम केसीआर ने कहा, ‘हम एक विशेष सत्र बुलाकर सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव लाएंगे. हम जल्द ही इस मुद्दे पर दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) देश को हिंदू राष्ट्र बना रही है.’

अगर तेलंगाना सरकार भी सीएए के खिलाफ प्रस्ताव सदन से पारित कराती है तो ऐसा करने वालों में तेलंगाना भी उन राज्यों में शामिल हो जाएगा जहां सरकार कानून के खिलाफ प्रस्ताव पास कर चुकी है.

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