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मोदीराज में अयोध्या के पत्थरों के भी आए अच्छे दिन, पुराने नक्शे से ही बनेगा राम मंदिर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन कर दिया है. ऐसे में राम मंदिर के निर्माण का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा और माना जा रहा है अयोध्या में जन्मभूमि पर श्रीराम लला का मंदिर गुजरात के वास्तुशिल्पी परिवार के आर्किटेक्चर विशेषज्ञ चंद्रकांत सोमपुरा के बनाए डिजाइन और मॉडल पर ही बनेगा.

अयोध्या में राम मंदिर पुराने नक्शे पर ही बनेगा. राम मंदिर निर्माण के लिए बीते 25 वर्षों से तराशे जा रहे पत्थरों की शिल्पकारी का उपयोग किया जाएगा, साथ ही श्रीराम शिलाएं भी मंदिर में इस्तेमाल की जाएंगी. पुराने नक्शे और मॉडल पर ही बनेगा अयोध्या में रामलला का नया मंदिर बनेगा.

राम मंदिर के लिए बीते 25 वर्षों से पत्थर तराशे जा रहे हैं. इन पत्थरों में अद्भुत कलाकारी की गई है. देशभर से पूजित होकर आईं श्रीराम शिलाएं मंदिर की शोभा बढ़ाएंगी. पिछले 25 वर्षों से तराशे जा रहे पत्थरों की अद्भुत शिल्पकारी और देश भर से पूजित होकर आई श्रीराम शिलाएं भी मंदिर की साज-सज्जा बढ़ाएंगी.

अयोध्या में जन्मभूमि पर श्रीराम लला का मंदिर गुजरात के वास्तुशिल्पी परिवार के आर्किटेक्चर विशेषज्ञ चंद्रकांत सोमपुरा के बनाए डिजाइन और मॉडल पर ही बनेगा.

सूत्रों के मुताबिक 19 फरवरी को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र की पहली बैठक में इस पर भी चर्चा होगी. विश्व हिंदू परिषद के श्रीराम जन्मभूमि न्यास ने भी इसी शर्त पर नए न्यास को अपना समर्थन और जमा करोड़ों की धनराशि सौंपी है. सौंपी गई धनराशि में सोना, रत्न और नकदी सहित कुछ भूखण्डों पर स्वामित्व का अधिकार भी शामिल है.

भारत की प्राचीन मंदिर शिल्पकला की नागर शैली में देश को सोमनाथ, स्वामीनारायण अक्षरधाम और अंबाजी जैसे प्रसिद्ध मंदिरों को आकार देने में पीढ़ियों से अपना योगदान कर चुके सोमपुरा परिवार के डिजाइन पर ही अयोध्या में रामलला का मंदिर उसी स्थल पर बनेगा, जहां अभी अस्थाई मंदिर में रामलला विराजमान हैं.

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