ASAMLIVE TVMain Slideउत्तर प्रदेशकेरलखबर 50ट्रेंडिगदिल्ली एनसीआरदेशप्रदेशस्वास्थ्य

क्या आपको लगता है लॉकडाउन तम्बाकू छोड़ने का सबसे अच्छा समय है ??

नशा भले ही शान और लत के लिए किया जाता हो, पर यह जिंदगी की बेवक्त आने वाली शाम का भी मुख्य कारण है, जो कब जीवन में अंधेरा कर जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। आप इसका मजा भले ही दिनभर के लिए लेते हैं, लेकिन यह मजा, कब आपके लिए जिंदगी भर की सजा बन जाएगा आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते पिछले कुछ सालों में भारत के साथ ही पूरे विश्व भर में धूम्रपान करने और उससे पीड़ित लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई इस गंभीर लत ने कई लोगों के मौत का ग्रास तक बना दिया इनके परिणामों को देखते हुए धूम्रपान के नुकसान के प्रति जागरुक करने के लिए कई संस्थाएं भी आगे आई हैं तंबाकू और धूम्रपान के दुष्परिणामों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों ने इसके लिए एक प्रस्ताव रखा जिसके बाद हर साल 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस मनाने का निर्णय लिया गया तभी से 31 मई को प्रतिवर्ष विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के रूप में इसे मनाया जाने लगा।

तंबाकू से होने वाली बीमारिया

-कैंसर-फेफड़ों और मुंह का कैंसर होना।
-फेफड़ो का खराब होना।
-दिल की बीमारी।
-आंखों से कम दिखना।
-मुंह से दुर्गंध आना।

पूरे विश्व के लोगों को तंबाकू मुक्त और स्वस्थ बनाने के लिए तथा सभी खतरों से बचाने के लिये तंबाकू चबाने या धुम्रपान के द्वारा होने वाले सभी परेशानियों से बचाने के लिए विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है साल 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तंबाकू के सेवन से होने वाले रोगों की वजह से मृत्युदर में वृद्धि को देखते हुए इसे एक महामारी माना गया इसके बाद पहली बार 7 अप्रैल 1988 को WHO की वर्षगांठ पर मनाया गया और जिसके बाद हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

Related Articles

Back to top button