‘महागठबंधन में नीतीश का बिल्कुल भी स्वागत नहीं है’
पटना: बिहार में महागठबंधन को लेकर कांग्रेस ने अपना रुख साफ करते हुए जेडीयू प्रमुख नीतीश को साफ मना कर दिया है. NDA को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है ऐसे जेडीयू ने कांग्रेस से लालू प्रसाद यादव की RJD से गठबंधन न करने या पर पुनर्विचार करने की बात कही थी मगर नीतीश को ने रुसवा करते हुए महागठबंधन में दखल न देने की बात कह दी. जेडीयू की दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल समेत कई कांग्रेस नेताओं ने नीतीश से महागठबंधन में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा, “जब तक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) जैसी भ्रष्ट पार्टी पर कांग्रेस अपना स्टैंड क्लियर नहीं करती, तब तक हमारी पार्टी उनके साथ कैसे जा सकती है?”
इसके उलट गोहिल ने कहा कि उन्होंने कभी भी नीतीश कुमार से महागठबंधन में शामिल होने के लिए नहीं कहा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी को लेकर भी कांग्रेस को दोबारा विचार करने की आवश्यकता नहीं है. गोहिल ने कहा, ‘महागठबंधन में जिस व्यक्ति का बिल्कुल भी स्वागत नहीं है वह नीतीश कुमार हैं. उनके लिए कोई जगह नहीं है. हमें सुझाव देने से बेहतर है कि वह आत्मविश्लेषण करें और देखें कि उन्होंने अपना क्या हाल बना लिया है.’
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने आगे कहा, “आरजेडी से हमारे रिश्ते काफी पुराने हैं. पुनर्विचार का सवाल ही नहीं उठता है.” नीतीश ने किया साफ- बीजेपी के साथ जारी रहेगा गठबंधन, JDU ने रखा 17-17 सीटों का फॉर्मुला वहीं बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने दावा किया है कि बीजेपी के साथ नीतीश कुमार असहज हो गए हैं. इसी वजह से वह अन्य विकल्पों की तलाश कर रहे हैं. मिश्रा ने कहा, “नीतीश को पता है कि बीजेपी उन्हें कोई बड़ा मौका नहीं देंगे और इसी वजह से उनकी पार्टी के लोग चिंता में हैं. इसलिए वह और सीटों के लिए बारगेन करने की कोशिश कर रहे हैं.” जेडीयू ने रविवार को कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद कांग्रेस ने आरजेडी के खिलाफ एक्शन नहीं लिया. इसलिए जेडीयू को महागठबंधन छोड़ना पड़ा.