कहते हैं कि ‘जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय।’ मतलब यह कि जिसकी रक्षा ऊपर वाला करता है, उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसका उदाहरण बिहार के गया-कोडरमा रेलखंड स्थित ईश्वरपुर हॉल्ट के पास रेलवे ट्रैक पर देखने को मिला। वहां ट्रैक पर गिरे एक अधेड़ के ऊपर से पूरी ट्रेन गुजर गई, लेकिन उसका बाल भी बांका नहीं हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार गया के मानपुर निवासी जंगली साव अपनी लाठी के सहारे रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे। इस दौरान वे ट्रैक पर गिर गए। जब तक उठते, तब तक गया से कोडरमा जा रही मालगाड़ी आ गई।
जंगली साव ने सूझबूझ का परिचय दिया। वे ट्रैक पर दम साध कर लेट गए। इस बीच वहां स्थानीय लोग भी जुट गए। लोगों ने भी उन्हें लेटे रहने को कहा।
ट्रेन के गुजरने के बाद लोग जंगली साव के पास गए। लोग उन्हें मानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां उन्हें स्वस्थ बताया गया।