पीडीपी कार्यकर्त्ता की पत्नी को आतंकियों ने मौत के घाट उतारा
उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर में अपने पति को आतंकियों से बचाते हुए जख्मी हुई महिला ने सोमवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया। आतंकियों ने उसके गले और शरीर के अन्य हिस्सों में तेजधार हथियार से वार किए थे। फिलहाल,किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन पुलिस के मुताबिक यह वारदात लश्कर-ए-ताईबा के आतंकियों ने अंजाम दी है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को रात करीब पौने ग्यारह बजे स्वचालित हथियारों से लैस तीन से चार आतंकी बांडीपोर में शाहगुंड सुंबल में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकर्त्ता अब्दुल माजिद डार के मकान का दरवाजा खटखटाया।
रात को दरवाजे पर हुई दस्तक से पूरा परिवार घबरा गया और घर में मौजूद लोगों ने माजिद डार को किसी अनिष्ट की आशंका से बचाने के लिए छिपा दिया और उसके बाद दरवाजा खोला। दरवाजा खुलते ही हथियारबंद आतंकी मकान में घुस गए।
उन्होंने माजिद डार की तलाश शुुरु की। पीडीपी कार्यकर्त्ता की शकीला पत्नी ने आतंकियों को जब कमरों की तलाशी से रोका तो वह भड़क उठे और उन्होंने अब्दुल माजिद डार को घर में न पाकर उसकी पत्नी पर तेजधार हथियारों से कई वार किए। लेकिन उसने अपने पति के बारे में जानकारी नहीं दी। इस पर आतंकी उसे खून से लथपथ हालत में वहां छोड़ मरने को छोड़ फरार हो गए।
आतंकियों के जाने के बाद उसके परिजनों ने पुलिस काे सूचित किया और उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। शकीला को प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान अस्पताल के जेवीसी अस्पताल बेमिना में भेज दिया, जहां वह आज सुबह अपने जख्मों की ताव न सहते हुए चल बसी।