उत्तर प्रदेश

राजधानी में वायरस हुआ बेकाबू, लखनऊ में कोविड-19 के 6521 मरीज-अब तक 87 की मौत, पढ़े पूरी खबर

उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के मामले थमने के नाम नहीं ले रहे हैं। राजधानी में वायरस बेकाबू हो गया है। सोमवार को सात मरीजों की इलाज के दौरान सांसे थम गईं। इनमें चार लखनऊ निवासी थे। वहीं, 312 नए मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है। ऐसे में अब राजधानी में मरीजों की संख्या 6521 हो गई है , जबकि मृतकों का आकड़ा 87 पहुंचा गया है।  वही, सुल्तानपुर में मंगलवार को 25 नए लोगों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दूसरी तरफ, बहराइच में मेडिकल कॉलेज के ओटी स्टाफ समेत 11 और लोग संक्रमित पाए गए हैं। 

सुल्तानपुर में 25 नए कोविड-19 पॉजिटिव 

जिले में 25 नए लोगों में कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया। अब तक जिले में वायरस से संक्रमित 540 लोग हो चुके हैं। सोमवार की देर रात लखनऊ के पोलियो बाटनी लैब द्वारा 346 व्यक्तियों की रिपोर्ट में 25 पॉजिटिव पाए गए है।  मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सीबीएन त्रिपाठी ने पुष्टि की है।

बहराइच में संक्रमितों की संख्या बढ़कर हुई 401

जिले में मौसम बदलने के साथ ही कोरोना कहर बरपा रहा है। मेडिकल कॉलेज के ओटी स्टाफ समेत 11 और लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें ओटी में वार्ड बॉय ,स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन भी शामिल है। क्रोना के संक्रमण को देखते हुए आती को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। पूरे हॉस्पिटल को सैनिटाइज कराया जा रहा है। अन्य कर्मचारियों के भी सैंपलिंग की गई है। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 412 हो गई है। इनमे अबतक 194 स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं।

लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल में 48 घंटे नए मरीजों की भर्ती बंद 

आमजन के साथ-साथ कई स्वास्थ्य कर्मी भी वायरस की चपेट में आ गए। वहीं, झलकारी बाई अस्पताल में भर्ती महिला में कोरोनावायरस निकला। वहीं इंदिरा नगर, गोमती नगर, गाजीपुर व आशियाना में मरीजों की भरमार है। घर-घर के स्क्रीनिंग के बावजूद मरीजों की रफ्तार नहीं थम रही। मोहल्लों के कई रास्ता सील हैं। आस-पास के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। घर-घर वायरस का खौफ पसरा हुआ है। झलकारीबाई अस्पताल में बुधवार को भर्ती महिला का पहले एंटजेन टेस्ट निगेटिव आया। सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा के मुताबिक मरीज का शनिवार को ऑपरेशन से प्रसव कराया गया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। वहीं, संक्रमित पाए जाने पर मरीज को लोकबंधु रेफर कर दिया गया है। अस्पताल में सैनिटाइज कर 48 घंटे नए मरीजों की भर्ती बंद रहेगी।

कोरोनावायरस ने सात मरीजों की ली जान

कोरोना से मौतों पर काबू पाने में स्वास्थ्य महकमा नाकाम साबित हो रहा है। जुलाई में हर रोज मरीजों की जान जा रही है। वायरस मरीजों की जान का दुश्मन बन गया है। अस्पतालों में हर रोज मरीज जिंदगी की जंग हार रहे हैं। सोमवार को सात मरीजों की इलाज के दरम्याल सांसें थम गईं। इसमें लखनऊ निवासी चार मरीज हैं। केजीएमयू में भर्ती निरालानगर निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोनावायरस ने जान ले ली। उन्हें ब्लड प्रेशर की भी पुरानी समस्या थी। इसके अलावा लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कर्मचारी 81 वर्षीय बुजुर्ग की सुबह मौत हो गई। मरीज का इलाज 25 जुलाई से कुर्सी रोड स्थित मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। वहीं, त्रिवेणीनगर निवासी 67 वर्ष बुजुर्ग की मौत दुबग्गा स्थित निजी मेडिकल कॉलेज में हुई। इसके अलावा मोहनलालगंज क्षेत्र के 62 वर्षीय पूर्व प्रधान की पीजीआइ के कोविड अस्पताल में मौत हो गई। उन्हें डायबिटीज व बीपी की भी समस्या थी।

गैर जनपदों के मरीजों की थमीं सांसें

केजीएमयू में भर्ती बस्ती के रामनगर गांधीनगर निवासी 65 वर्षीय पुरुष की कोरोनावायरस से मौत हो गई। उन्हें 19 जुलाई को भर्ती कराया गया था। इसके अलावा उन्नाव निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना वार्ड में सांसें थम गईं। मरघट निवासी 63 वर्षीय पुरुष की दोपहर में कोविड-19 वार्ड में मृत्यु हो गई। मरीज गुर्दा रोग से भी पीड़ित था।

आरएसएम में छह कर्मचारी संक्रमित

बीकेटी के आरएसएम अस्पताल में छह कर्मियों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई। ऐसे में अन्य स्टाफ में भी हड़कंप मच गया। इसमें दो फार्मासिस्ट व चार वार्ड ब्वॉय हैं। यह कोविड ड्यूटी में तैनात थे। ऐसे में कर्मचारियों को आइसोलेट कर दिया गया। इसके अलावा बलरामपुर अस्पताल में एक वार्ड ब्वॉय में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। साथ ही यहां भर्ती छह मरीजों में भी वायरस पाया गया है।

क्वीन मेरी में दो कर्मचारी पॉजिटिव

क्वीन मेरी अस्पताल में एक कंप्यूटर ऑपरेटर व एक सफाईकर्मी की कोरोनावायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। ऐसे में कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ काम कर रहे दो क्लर्क को भी क्वारंटीन किया गया है। वहीं, कई कर्मियों ने लाइन में लगकर जांच कराने पर आक्रोश व्यक्त किया।

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