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बुराड़ी कांडः 11 मौतों के बाद उदास था ‘वह’, जुदाई न कर सका तो तोड़ दिया दम

बुराड़ी इलाके में 30 जून की रात एक ही घर में एक ही परिवार के जिन 11 सदस्यों की मौत हो गई थी, अब उनके पालतू कुत्ते टॉमी ने भी 22 दिनों बाद 22 जुलाई को दम तोड़ दिया। दिल्ली पुलिस की मानें तो 22 जुलाई की शाम को कुत्ते की मौत हो गई।

बता दें कि तथाकथित मोक्ष अनुष्ठान प्रक्रिया वाली रात को भाटिया परिवार ने सामूहिक आत्महत्या से पहले कुत्ते को छत पर बांध दिया था। जानकारों की मानें तो भरे पूरे परिवार के मौत के मुंह में जाने के बाद टॉमी अवसाद में चला गया होगा। टॉमी को नोएडा के सेक्टर 55 स्थित डिस्पेंसरी हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स में रखा गया था।

यहां पर बता दें कि दिल्ली में अब तक की सबसे बड़ी सनसनीखेज घटना में बुराड़ी स्थित एक घर में 1 जुलाई की सुबह एक ही परिवार के 11 लोग संदिग्ध हालात में मृत पाए गए थे। मृतकों में सात महिलाएं व चार पुरुष हैं, जिनमें दो नाबालिग हैं। एक महिला का शव रोशनदान से तो नौ लोगों के शव छत से लगी लोहे की ग्रिल से चुन्नी व साड़ियों से लटके मिले। एक बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा मिला। नौ के हाथ-पैर व मुंह बंधे हुए थे और आंखों पर रुई रखकर पट्टी बांधी गई थी। बुराड़ी पुलिस ने परिजनों की आशंका पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। देर रात मेडिकल बोर्ड की निगरानी में चार शवों का पोस्टमार्टम हो चुका था। पुलिस के अनुसार, डॉक्टर प्रथम दृष्टया मौत का कारण आत्महत्या मान रहे हैं।

बुराड़ी-संत नगर मेन रोड से सटे संत नगर की गली नंबर दो में बुजुर्ग महिला नारायण का मकान है। इसमें वह दो बेटों भुवनेश व ललित, उनकी पत्नियों, पोते-पोतियों व विधवा बेटी संग रहती थीं। ये लोग मूलरूप से राजस्थान के निवासी थे और 22 साल पहले यहां आकर बसे थे।

बुजुर्ग महिला के तीसरे बेटे दिनेश सिविल कांटेक्टर हैं और राजस्थान के चित्ताैड़गढ़ में रहते हैं। बुजुर्ग महिला के दोनों बेटों की भूतल पर एक परचून व दूसरी प्लाईवुड की दुकान है। ऊपर पहली व दूसरी मंजिल पर परिवार रहता था। रोज सुबह ललित घर के सामने रहने वाले दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त तारा प्रसाद शर्मा के साथ मार्निग वॉक पर जाते थे। उससे पहले शर्मा ललित की दुकान से दूध लेते थे। रविवार सुबह दुकान नहीं खुली तो शर्मा दरवाजा खटखटाने गए, पर दरवाजा खुला था तो वह ऊपर चले गए। ऊपर का दरवाजा भी खुला था। आगे जाने पर उनकी रूह कांप गई। बरामदे वाले हिस्से में दस लोगों के शव लटके थे, जबकि एक महिला का शव कमरे में पड़ा था।

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