विदेश

अफगानिस्तान संघर्ष में तालिबान के 2 कमांडरों सहित 24 की मौत

अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में रातभर चले संघर्ष में दो सुरक्षबलों और दो तालिबानी कमांडरों सहित 24 की मौत हो गई। पुलिस अधिकारी फरीद अहमद मशाल ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, ‘जगातु और गेलन जिलों में सोमवार देर रात यह संघर्ष शुरू हुआ, जिसमें तालिबान के प्रभागीय कमांडरों मुबाराज कोची और खालिद की मौत हो गई।’ इस संघर्ष के दौरान 20 आतंकी भी मारे गए और 17 घायल हो गए।

22 जुलाई को काबुल हवाई अड्डे पर हुआ हमला

बता दें कि दो दिन पहले यानी 22 जुलाई को काबुल में हुए आत्मघाती हमले में 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 14 लोग घायल हो गए थे। ये आत्मघाती हमला अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अब्दुल राशिद दोस्तम के करीब एक साल तक सत्ता से बाहर रहने के बाद वतन वापसी के कुछ ही देर बाद काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुआ। हवाई अड्डे पर उस समय विस्फोट हुआ जब दोस्तम सरकारी अधिकारियों और समर्थकों की एक बड़ी भीड़ के साथ हवाई अड्डे से निकल रहे थे। बता दें कि दोस्तम उज्बेकिस्तान मूल के कद्दावर नेता हैं। गनीमत यह रही कि दोस्तम बख्तरबंद वाहन से चल रहे थे, जिसके चलते वह सुरक्षित हैं। 

गौरतलब है कि वर्ष 2018 के पहले छह महीनों में अफगानिस्तान में जारी संघर्ष और आतंकी हमलों में रिकॉर्ड 1,692 आम नागरिकों की मौत हुई है। इन हमलों में 3,430 नागरिक घायल हुए। अफगानिस्तान में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) ने रविवार को ये ताजा आंकड़े जारी किए हैं। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने यूएनएएमए के हवाले से बताया कि ये आंकड़े इस साल एक जनवरी से 30 जून के बीच के हैं। पिछले 10 वर्षो की तुलना में इस साल पहले छह महीनों में ही सबसे अधिक आम नागरिकों की जान चली गई। रिपोर्ट के अनुसार, नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने 2009 से इस संबंध में निगरानी रखने की व्यवस्था की थी।

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