रोहिंग्या मुसलमानों की म्यांमार में सुरक्षित वापसी मुश्किल: संयुक्त राष्ट्र
म्यांमार के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत क्रिस्टीनी श्रैनर बर्गनर का कहना है कि बांग्लादेश में फंसे म्यांमार के 9,00,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थियों की वापसी में अभी समय लगेगा. क्रिस्टीनी ने रोहिंग्या शरणार्थियों की स्थिति पर सोमवार (23 जुलाई) को 15वें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि ये इतनी जल्दी ठीक नहीं हो सकता.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के विशेष दूत ने कहा कि उन्होंने पद संभालने के बाद से म्यांमार में जटिल परिस्थितियों की एक समग्र तस्वीर का खाका खींचने के लिए कई लोगों से मुलाकात की है.
संरा की शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर के मुताबिक, 10 लाख से अधिक अल्पसंख्यक रोहिंग्याओं को म्यांमार के उत्तरी राखिने राज्य में अपने घरों को छोड़कर भागना पड़ा था. क्रिस्टीनी ने कहा कि म्यांमार के दो दौरों के दौरान उन्होंने रोहिंग्या शरणार्थी मुद्दे पर म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ शांति सम्मेलन में भाग लिया और विशेष रूप से दक्षिणी बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में शरणार्थी शिविर का दौरा किया था