मोदी बोले- पर्दे के पीछे उद्योगपतियों से मिलने वालों की हिस्ट्री अमर सिंह के पास, कांग्रेस बरसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 60 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष द्वारा सरकार पर कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि जिन लोगों का नीयत साफ नहीं होती वो पर्दे के पीछे ही मिलते हैं। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता रहे अमर सिंह का भी नाम लेते हुए कहा था कि ऐसे लोगों का इतिहास यहां बैठे अमर सिंह बखूबी जानते हैं और वो पूरी हिस्ट्री निकाल कर दे सकते हैं।
अब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अमर सिंह का नाम लिए जाने पर उन पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने ट्वीट कर कहा है ‘जब अमर सिंह प्रधानमंत्री मोदी के आदर्श बन गए हैं तो उनकी सरकार की दशा और दिशा का अंदाजा लगाया जा सकता है।’
बता दें कि रविवार को जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि देश को बनाने में जिस तरह किसान व मजदूरों का योगदान है। उसी तरह उद्योगपतियों का भी योगदान है। उनके साथ खड़े होने में किसी भी तरह की शर्म नहीं होनी चाहिए। महात्मा गांधी का जीवन इतना पवित्र था। वो उद्योगपतियों से सहयोग लेते थे। उद्योगपतियों के साथ खड़े होने में उन्होंने कभी झिझक नहीं की क्योंकि उनकी नीयत साफ थी।
उन्होंने कहा कि हम उनलोगों में से नहीं हैं जो उद्योगपतियों के साथ फोटो खिंचवाने से डरते हैं। वरना ऐसे भी लोग हैं, जिनकी उद्योगपतियों के साथ तस्वीरें तो नहीं हैं, लेकिन ऐसा कोई उद्योगपति नहीं, जिसने उनके घर पर दंडवत न किया हो। पहले की सरकारों में बैठे लोग उद्योगपतियों से पर्दे के पीछे मिलते थे लेकिन जनता के सामने कभी नहीं मिले। जबकि हम निवेश का माहौल बनाते हैं और उन्हें (उद्योगपतियों) निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा था ‘आजकल मुझ पर आरोप लगए जा रहे हैं कि मैं चौकीदार नहीं भागीदार हूं। यह मेरे लिए इनाम है। मुझे इस पर गर्व है कि मैं भागीदार हूं। मैं देश के विकास में भागीदार हूं। दुखियारी मां का भागीदार हूं। मैं जवानों और किसानों का भागीदार हूं।’
उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता है कि इसी पीढ़ी के लिए भविष्य की व्यवस्थाओं का निर्माण हो, जहां जीवन 5-ई, पहला- ईज ऑफ डुइंह बिजनेस, दूसरा- एजुकेशन, तीसरा- एम्प्लॉयमेंट, चौथा-इकोनॉमी, पांचवां- एंटरटेनमेंट पर आधारित हो।