वहशी दरिंदा ग्यारह साल की बच्ची की हत्या करने के बाद भी उससे दुष्कर्म करता रहा। यही नहीं, इसके बाद उसने बच्ची के परिजनों के साथ उसे ढूंढने का नाटक भी किया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के दौरान पकड़े जाने के डर से वह गुपचुप वहां से भाग खड़ा हुआ। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपित मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी है।
झोपड़ी में मिला था रक्त रंजित शव
शिमला बाईपास पर सिंघनीवाला स्थित शिवालिक इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माणाधीन परिसर में एक झोपड़ी से बीती शाम 11 साल की बच्ची का रक्त रंजित शव बरामद हुआ था। शव सीमेंट के कट्टों और पुराने कपड़ों के नीचे दबाया गया था।
यह बच्ची इसी परिसर से दोपहर करीब बारह बजे गायब हुई थी, उसके कुछ देर बाद से परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही थी, रविवार को पोस्टमार्टम में इसकी पुष्टि हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के लापता होने के पौन घंटे के अंतराल में ही उसकी हत्या किए जाने का अनुमान जताया गया है। घटनाक्रम के सिलसिले में पुलिस ने परिसर में रहकर मजदूरी कर रहे जयप्रकाश तिवारी को रविवार को तिमली के जंगल से गिरफ्तार कर लिया। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश में फैजाबाद जिले के निमकपुरा कुम्हारगंज का रहने वाला है।
कई दिन से थी बच्ची पर बुरी नजर
सहसपुर थानाध्यक्ष नरेश राठौर के अनुसार आरोपित ने पूछताछ में बताया कि उसकी कई दिनों से बच्ची पर नजर थी। शनिवार को वह उसे टॉफी और बिस्किट दिलाने के बहाने साथ ले गया। उस वक्त वह परिसर में चचेरे भाई-बहनों के साथ खेल रही थी। उन्हें उसने दस-दस रुपये देकर दुकान भेज दिया और बच्ची को झोपड़ी में ही रोक लिया।
यहां उसने बच्ची को अपने मोबाइल पर अश्लील फोटो दिखाए और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। शोर मचाने पर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में उसने यह भी बताया कि हत्या के बाद भी काफी देर तक वह बच्ची के साथ दुष्कर्म करता रहा। बाद में उसने शव झोपड़ी में ही सीमेंट के खाली कट्टों और कपड़ों से ढ़क कर छिपा दिया। उसकी योजना रात को शव ठिकाने लगाने की थी।
बच्ची को ढूंढने वालों में भी हुआ शामिल
बच्ची की हत्या के बाद आरोपित काफी देर तक परिसर में रहा। बच्ची को तलाश रहे परिजनों व अन्य मजदूरों में भी वह शामिल रहा। इस बीच, कॉलेज प्रबंधन ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें दो ही बच्चे परिसर से बाहर जाते दिखे। ऐसे में जय प्रकाश को खुद के पकड़े जाने का डर सताने लगा और वह मौका पाकर वहां से खिसक गया। इसी शक में पुलिस और परिजन उस झोपड़ी तक पहुंचे, जहां उसने शव छिपाया हुआ था। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
सुबह से कॉलगर्ल के पास जाने का था प्लान
पुलिस के अनुसार आरोपित ने पूछताछ में बताया कि सुबह उसने कॉलगर्ल के पास जाने की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने ठेकेदार से पांच सौ रुपये भी लिए थे, लेकिन 100 रुपये की वह शराब पी गया। रकम कम होने की वजह से कॉलगर्ल के साथ उसका सौदा नहीं पटा। इसके बाद उसने बच्ची को हवस का शिकार बनाने की साजिश रच डाली।
दो बच्चों का पिता है आरोपित
गिरफ्तार आरोपित शादीशुदा है। उसका 10 साल का बेटा व पांच साल की बेटी है। पत्नी बच्चों के साथ गांव में ही रहती है। छह महीने पहले वह काम के सिलसिले में दून आया था। उसने पांच साल पहले खुद पर मिट्टी तेल छिड़ककर आत्महत्या का प्रयास भी किया था।