बिहार

मुजफ्फरपुर बालिका गृह में खुदाई की तैयारी, तेजस्वी ने नीतीश को कहा डरपोक सीएम…

बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह रेप मामले में अब सीबीआई की टीम वहां खुदाई करेगी। इसके लिए टीम ने तैयारी भी शुरू कर दी है। वहां जेसीबी मशीनें बुलाई जा चुकी हैं। इसके अलावा बालिका गृृह के अंदर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मामले पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव आज दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सरकार पर तंज कसा और कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री इस मामले पर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा, ‘हम बच्चियों के इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे हैं। नीतीश देश के सबसे डरपोक सीएम हैं। बृजेश के एनजीओ को जमकर पैसा दिया गया है। कई लोगों को बचा रहे हैं नीतीश। मैं उनसे 20 सवाल पूछना चाहता हूं। सभी प्रधान सचिवों की जांच होनी चाहिए। सरकार अभी भी चुप है।’ 

फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम भी बुलाई गई

जांच के लिए सीबीआई ने सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री से विशेषज्ञों की एक टीम भी बुलाई है। ये टीम बालिका गृह के कमरों की छानबीन कर आरोपियों के खिलाफ सबूत एकत्रित करेगी। अभी तक इस मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।  

बता दें इस घटना के सामने आते ही न केवल बिहार बल्कि पूरा देश गुस्से में था। यहां रहने वाली बच्चियों की उम्र महज 7-14 साल के बीच है। बालिका गृह में कुल 42 बच्चियां रहती थीं। जब इनकी जांच कराई गई तो मेडिकल रिपोर्ट में पता चला कि 42 में से 34 बच्चियों के साथ रेप हुआ है। जिसके बाद बिहार सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।

समाज कल्याण मंत्री ने दिया इस्तीफा

इस घटना के बाद से ही समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को लोगों के विरोध और आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे देने के पीछे का कारण है घटना के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर द्वारा उनके पति से सांठगांठ की बात कबूल करना।

टीआईएसएस की रिपोर्ट से सामने आया मामला

ये मामले तब सामने आया जब मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) ने अप्रैल में बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में यह बात कही गई थी कि बालिका गृह में रह रही बच्चियों के साथ रेप हुआ है। जिसके बाद मामले के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर सहित 11 लोगों के खिलाफ 31 मई को मामला दर्ज किया गया।

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