उत्तर प्रदेश

जिंदगी और मौत से जूझ रही है गार्गी, मदद को बढ़े हाथ, सोशल मीडिया पर दुआएं

आगरा में सड़क हादसे का शिकार हुई छात्रा गार्गी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। पिछले 48 घंटे के उपचार के बाद भी आगामी 72 घंटे उसकी जिंदगी के लिए अहम है। एक के बाद एक ऑपरेशन किए जा रहे हैं। 

इस स्थिति में परिवार की आर्थिक सहायता के लिए भी हाथ बढ़ने लगे हैं। कैबिनेट मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और महापौर नवीन जैन ने अस्पताल पहुंचकर छात्रों के परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। गार्गी रिलीज फंड बना दिया गया है। 

शनिवार को मथुरा के नयति हॉस्पिटल पहुंचे कैबिनेट मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने छात्रा के परिजनों से मुलाकात की। अस्पताल के स्टाफ से छात्रा की स्थिति में बारे में पड़ताल की। 

48 घंटे में हुए कई ऑपरेशन

कैबिनेट मंत्री ने अस्पताल के स्टाफ को उपचार में लापरवाही न बरतने की हिदायत दी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार से लौटने के बाद कई कार्यक्रमों को रद्द करके वह छात्रा को देखने पहुंचे। 

पिछले कई दिनों बाद शहर लौटे महापौर नवीन जैन को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, वो भी छात्रा को देखने नयति हॉस्पिटल पहुंच गए। उन्होंने छात्रा के परिजनों को सहायता राशि का चेक देते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उनके साथ पार्षद शरद चौहान, सुमित उपाध्याय, विकास शाल्या आदि थे। 

गार्गी का उपचार मथुरा नयति हॉस्पिटल में चल रहा है। इन 48 घंटे के दौरान गार्गी के कई ऑपरेशन हुए हैं। डॉ. चंदन कुमार के नेतृत्व में चिकित्सकीय टीम उपचार में जुटी हुई है। चिकित्सकों के मुताबिक ऑपरेशन की प्रक्रिया अभी जारी रहेगी। इस दृष्टि से उसकी जिंदगी के लिए आगामी 72 घंटे महत्वपूर्ण हैं।

गार्गी रिलीज फंड बनाया

उपचार की गंभीर स्थिति को देखते हुए परिवार की आर्थिक सहायता के लिए लोग आगे बढ़कर आ रहे हैं। महापौर की पहल पर आर्थिक मदद के लिए गार्गी रिलीज फंड बनाया गया है। फंड के बैंक एकाउंट में अब कोई भी व्यक्ति आर्थिक मदद के तौर पर धनराशि दे सकेगा।

उधर, घायल गार्गी शर्मा को आर्थिक मदद के लिए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग सेंट पैट्रिक्स जूनियर कॉलेज पहुंचे। विद्यालय प्रशासन ने अंदर जाने के लिए गेट नहीं खोला। बताया गया कि विद्यालय की ओर से मदद के लिए किसी को मेसेज नहीं भेजा गया था। लोग गार्गी के परिवार को सीधे मदद दे सकते हैं।

शहर की तमाम संस्थाएं गार्गी के परिवार की मदद को आगे आई हैं। नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। व्यक्तिगत रूप से धन एकत्र करके करीब एक लाख रुपये की आर्थिक मदद गार्गी के परिवार को दी है। अपर नगर आयुक्त विजय कुमार गार्गी के माता-पिता से मिले और उन्हें ढांढस बंधाया।

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