यमन में बच्चों से भरी बस पर इस अमेरिकी बम से हुआ था हमला
विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तरी यमन में एक बस पर सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन के हवाई हमले में जिस बम का इस्तेमाल किया था, उसकी आपूर्ति अमेरिका ने की थी. इस हमले में 40 बच्चे और 11 अन्य मारे गये थे.
अमेरिकी विदेश विभागऔर सऊदी अरब के बीच एक समझौते के तहत इस बम की आपूर्ति की गई थी. युद्ध विशेषज्ञों के हवाले से सीएनएन ने शुक्रवार को रिपोर्ट में कहा कि इस महीने हमले के तुरन्त बाद बम के टुकड़ों की ली गई तस्वीरों से ऐसे संकेत मिलते है कि यह लेजर निर्देशित एमके 82 बम था जिसका निर्माण रक्षा ठेकेदार लॉकहीड मार्टिन ने किया था.
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सऊदी अरब को इस बम को बेचने पर रोक लगा दी थी क्योंकि ऐसे ही एक बम का अक्टूबर 2016 में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र सना पर इस्तेमाल किया गया था, जिसमें 140 लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2017 में कार्यभार संभालने के बाद इस फैसले को पलटते हुए प्रतिबंध हटा लिया था. रेडक्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति के अनुसार सादा प्रांत में नौ अगस्त को हुए हमले में घायल 79 लोगों में 56 बच्चे भी शामिल हैं.