इस्मत आपा : पहली लेखिका जिसने ‘समलैंगिकता’ को प्रमुखता से उठाया
मशहूर उर्दू साहित्यकार इस्मत चुगताई की आज 103वीं जयंती है। इस खास अवसर पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस्मत चुगताई को ‘इस्मत आपा’ के नाम से भी जाना जाता है। वे उर्दू साहित्य की सर्वाधिक विवादास्पद और सर्वप्रमुख लेखिका थीं, जिन्होंने महिलाओं के सवालों को नए सिरे से उठाया। अपनी रचनाओं से समाज की दबी-कुचली महिलाओं की आवाज उठाने के कारण ही वे हमेशा विवादों में रहीं। इसके बावजूद वे ताउम्र महिलाओं की आवाज उठाती रहीं।
पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के मुद्दे, उनके सवाल उठना आसान नहीं था। लेकिन इस्मत चुगताई ने अपने जीवन के 70 सालों में महिलाओं के मुद्दे व उनके सवाल प्रमुखता से उठाए। अपनी रचनाओं में निम्न और मध्यवर्ग से आने वाली मुस्लिम तबके की दबी-कुचली बढ़ती उम्र की लड़कियों के हालात व उनकी मनोदशा को उन्होंने अपनी कलम से कागज पर उतारा।