तबस्सुम हसन ने कहा-योगी आदित्यनाथ का अभिमान और नरेंद्र मोदी का अहंकार तो कैराना में दफन
शामली। कैराना लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाली गठबंधन उम्मीदवार (आरएलडी) तबस्सुम हसन ने आज बड़ा बयान दे दिया। पांच दलों के गठबंधन की प्रत्याशी हसन ने दावा किया कि 2019 में उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ हो जाएगा। पार्टी को उत्तर प्रदेश में सिर्फ तीन लोकसभा सीट पर ही जीत मिलेगी।
भाजपा प्रत्याशी को हराने वाली रालोद प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने कहा कि जनतंत्र ने उनकी जीत सुनिश्चित कराते हुए योगी के अभियान और मोदी के अहंकार को कैराना में दफन कर दिया है। गठबंधन दलों के साथ आई जनता ने भाजपा को आईना दिखाने का काम किया है। उनकी जीत इस बात का परिणाम है कि भाजपा की नीतियों के विरूद्ध आमजनता एकजुट हो चुकी है। तबस्सुम हसन ने कहा कि 2019 में यही जनता देश और यूपी से भाजपा का सूपड़ा साफ करने के लिए मजबूती से खड़ी रहेगी। उन्होंने जीत पर कार्यकर्ताओं और सर्व समाज का आभार व्यक्त किया। शामली में आज मतगणना केंद्र के बाहर तबस्सुम हसन मीडिया से मुखातिब थीं।
तबस्सुम हसन का बड़ा बयान, 2019 में भाजपा को यूपी में मिलेंगी सिर्फ तीन सीट
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट में पहली मुस्लिम सांसद होने का गौरव प्राप्त करने वाली हसन ने कहा कि 2019 में भाजपा का सूपड़ा साफ होगा। उत्तर प्रदेश की 80 में से भाजपा सिर्फ तीन सीट पर ही सिमट जाएगी।
कैराना लोकसभा के चुनाव में जीत दर्ज करने वाली राष्ट्रीय लोकदल की तबस्सुम हसन ने कहा कि यह सत्य की जीत है। उन्होंने कहा कि मैंने यहां पर जो भी कहा है, उसी बात पर अडिग हूं। उन्होंने कहा कि यहां पर काफी साजिश भी हुई, लेकिन सत्य तो फिर सत्य रहता है। तबस्सुम हसन ने कहा कि हम नहीं चाहते कि भविष्य में अब ईवीएम से कोई भी चुनाव हो। कैराना में यह जीत 2019 में गठबंधन की जीत की राह तय करेगी।
तबस्सुम हसन जिस राजनीतिक परिवार आती हैं, उसकी तीसरी पीढ़ी भी राजनीति में उतर चुकी है। तबस्सुम हसन के ससुर चौधरी अख्तर हसन सांसद रह चुके हैं। उनके पति मुनव्वर हसन कैराना से दो बार विधायक, दो बार सांसद और एक बार विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। हसन का परिवार भी कई राजनीतिक दलों के साथ रहा।1984 में चौधरी अख्तर हसन सांसद कांग्रेस सांसद बने थे।
उनके बेटे चौधरी मुनव्वर हसन यानी तबस्सुम के पति 1991 में कैराना से सांसद चुने गये। इस चुनाव में उन्होंने हुकुम सिंह को हराया था। 2009 में तबस्सुम हसन बीएसपी के टिकट से कैराना लोकसभा सीट जीती थी। 2014 में जब हुकुम सिंह सांसद बन गए तो उन्होंने कैराना विधानसभा सीट छोड़ दी। इस पर उपचुनाव में तबस्सुम हसन के बेटे नाहिद हसन ने जीत दर्ज की। तबस्सुम हसन हाईस्कूल तक पढ़ी हैं।
भाजपा ने कहा उधार का सिंदूर
भाजपा की हार पर पार्टी के प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा कि ये उधार का सिंदूर है। अजित सिंह के पास उम्मीदवार भी नहीं था और दूसरे लोगों ने उन्हें उधार का उम्मीदवार दिया।
लोकसभा 2014 में यूपी का मुस्लिम चेहरा तबस्सुम हसन
कैराना लोकसभा उपचुनाव में जीत कर राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याशी तबस्सुम हसन 16वीं लोकसभा में यूपी की पहली मुस्लिम सांसद बनने जा रही हैं। इससे पहले साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी से किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को विजय नहीं मिली थी। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की ओर से प्रदेश में सर्वाधिक 71 सांसदों को विजय मिली थी, जबकि कांग्रेस पार्टी को 2, एसपी को 5 और अपना दल को 2 सीटों पर विजय हासिल हुई थी। इस चुनाव के दौरान राष्ट्रीय लोकदल और बीएसपी को किसी भी सीट पर विजय नहीं मिल सकी थी।