जाने मौसम के बदलाव को लेकर भारत पाचवे नम्बर पर मौसम को झेलने में जर्मनी और कनाडा पहले नंबर है !

देशों की सूची में भारत का स्थान 2017 के बाद खतरनाक ढंग से ऊपर चढ़ा है। 2017 में भारत वैश्विक सूची में प्रदूषण से प्रभावित देशों में 14 वें स्थान पर था लेकिन अगले ही साल यह चढ़कर पांचवें स्थान पर आ गया। म्यांमार और हैती जैसे छोटे और गरीब देश भी गंभीर रूप से प्रदूषण की मार झेल रहे हैं।
जबकि संपन्न जापान 2018 से पर्यावरण में बदलाव की गंभीर समस्या झेल रहा है। जर्मनी और कनाडा सर्वाधिक प्रभावित दस देशों की सूची में सबसे ऊपर हैं। भारत में हुई भारी वर्षा पर्यावरण के बदलाव का नतीजा थी। इसके चलते देश के कई इलाकों में भयंकर बाढ़ आई और भूस्खलन हुआ। इन प्राकृतिक आपदाओं में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए। आपदा के चलते केरल बुरी तरह से प्रभावित हुआ।
इनमें भी एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए। भारत बढ़े रहे तापमान के असर को भी झेल रहा है। इसके कारण बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस सूची में वियतनाम छठे, बांग्लादेश सातवें, अमेरिका 12 वें और फ्रांस 15 वें स्थान पर है।
रिपोर्ट को स्पेन की राजधानी मैड्रिड में हो रहे करीब 200 देशों के अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन से इतर कार्यक्रम में पेश किया गया। यह कार्यक्रम पर्यावरण सुधार के लिए रूपरेखा बनाने को गठित संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के संगठन ने आयोजित किया था।