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यूपी पुलिस ने किया ‘आम आदमी का एनकाउंटर’, योगी बोले- जरूरत पड़ने पर CBI जांच भी कराएंगे

लखनऊ से ऐसी खबर सामने आई है जिसने यूपी पुलिस को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है और यूपी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. गोमती नगर इलाके में एक एक्सयूवी 500 में सवार एपल कंपनी के एरिया मैनेजर की पुलिसवाले ने गोली मार कर हत्या कर दी.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि ये कोई एनकाउंटर नहीं है. अगर जरूरत हुई तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जाएगी.

वहीं सूबे के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा,”ये घटना दुखद है. वहां गोली चलाई जहां हक नहीं था. नाकेबंदी करके गिरफ्तारी की जा सकती थी. इस मामले में कानून अपना काम करेगा. कानून का दुरुपयोग करने वाले किसी मुगालते में ना रहें.”

एडीजी आनंद कुमार ने कहा,”हमने हत्या का केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. विवेक का कोई चरित्र हनन नहीं किया गया है. वे भले आदमी थे. जांच की जाएगी कि आखिर किन हालातों में गोली चली है.”

लखनऊ पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस

लखनऊ पुलिस ने दोपहर करीब साढ़े 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि दोनों आरोपी पुलिसवालों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है. इस मामले में बेहद निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है और हर पहलू की जांच की जा रही है.

लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मीडिया से कहा,”सिपाहियों के घुटने पर चोटें आई हैं. फिलहाल सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. इस मामले में मजिस्ट्रेटियल जांच की जाएगी. पंचायतनामा भी मजिस्ट्रेट द्वारा ही किया गया है.”

उन्होंने कहा,”घटना के बाद सना केवल अपना और विवेक का काम ही बता पा रही थीं, वे घर का पता भी नहीं बता पा रही थीं. हमने सॉफ्टवेयर की मदद से और बाद से नंबर मिल गया तब घर पर बात हो पाई.”

एसएसपी ने कहा कि ये एक आपराधिक मामला है और इसी कारण 302 का मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. दोनों के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सुबूत थे.

परिवार के सवाल

विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा,” विवेक ने फोन पर बताया था कि वो सना को छोड़ने के बाद घर पहुंचेंगे. मैंने बाद में फोन किया तो एक आदमी ने उठाया जिसने कहा कि एक्सीडेंट हो गया है, लोहिया पहुंचें आप. मैं लोहिया गई तो गोली की बात नहीं बताई गई, कहा गया कि छोटा सा एक्सीडेंट था. बाद में डॉक्टर ने कहा कि उनके सिर पर चोट लगी थी जिसके बाद ब्लीडिंग बहुत हुई और उन्हें बचाया नहीं जा सका.”

उन्होंने कहा,”मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब चाहती हूं, योगी जी ने कौन सा कानून पास कर रखा है, कौन सा लॉ एंड ऑर्डर बना रखा है. पुलिस ने मेरे पति को मार दिया. अगर वो जैसी भी हालत में थे उन्हें गोली क्यों मारी गई. आरटीओ से नंबर के जरिए पता करते और फिर घर आते. गोली मारने की जरूरत क्यों आई?”

क्या है मामला

एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी रात को अपने घर लौट रहे थे. उनके साथ गाड़ी में उनकी सहकर्मी सना भी थीं. विवेक ने अपनी पत्नी को फोन पर बताया था कि वो सना को छोड़ने के बाद घर पहुंचेंगे. इसके बाद गोमती नगर इलाके में पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा, लेकिन जब कथित तौर पर विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी तो कांस्टेबल प्रशांत चौधरी ने उन पर गोली चला दी जिससे उनकी मौत हो गई.

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