अभी-अभी: डारिया मोलचन के कोलकाता कनेक्शन की शुरू हुई जांच
गोरखपुर : क्राइम ब्रांच ने यूक्रेनी मॉडल डारिया मोलचन के कोलकाता कनेक्शन की जांच शुरू कर दी है। एसटीएफ भी जमानत लेने वालों के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में हर पहलू पर जांच की जा रही है। क्राइम ब्रांच की टीम लैब से आए मोबाइल व टैबलेट की जांच रिपोर्ट की पड़ताल कर रही है।
गोरखपुर जिला जेल में बंद डारिया मोलचन को 20 दिन पहले हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिली है। 11 दिन पहले उसकी जमानत लेने के लिए कानपुर निवासी अभय गौड़ और धमेंद्र सिंह ने कोर्ट में अर्जी दी थी। जमानत के तौर दोनों जमानतदारों ने दो-दो लाख रुपये की एफडी के कागजात जमा किए थे। सीजेएम ने सत्यापन का आदेश पुलिस को दिया था। यूक्रेनी मॉडल से संबंध की पड़ताल करने पर दोनों ने जमानत अर्जी वापस ले ली।
इसके पहले गोरखपुर के बड़हलगंज निवासी दो लोगों ने डारिया की जमानत लेने के लिए अधिवक्ता के जरिये अर्जी दी थी। बीते 28 मई को कोलकाता के भवानीपुर, लाला लाजपत सराय निवासी रवि भालोटिया और न्यू अलीपुर मोहल्ले के कुमार बिहान ने कोर्ट में अर्जी देकर मॉडल की जमानत ली है। सीजेएम ने कोलकाता पुलिस को दोनों का सत्यापन करने का निर्देश दिया है। नए जमानतदारों के बारे में जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने डारिया मोलचन के कोलकाता कनेक्शन की पड़ताल शुरू कर दी है। इसके अलावा एसटीएफ इस बात की भी छानबीन कर रही है कि बार-बार जमानत वापस लेने और नए जमानतदारों के सामने आने के पीछे कौन लोग हैं।