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जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर के दौरान तीन आतंकियों को किया ढेर

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने हमारे पांच जवानों की शहादत का बदला ले लिया है. यहां शोपियां में आज एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है. इनमें से एक आतंकी की पहचान गांदरबल के मुख्तार शाह के रूप में हुई है, जिसने बिहार के एक रेहड़ी वाले वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी थी.

कश्मीर जोन पुलिस ने बताया है कि शोपियां मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के हैं. फिलहाल दो आतंकियों की शिनाख्त की जा रही है. पुलिस ने बताया है कि आतंकियों के पास से हथियार और गोला बारूद समेत आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है. फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

बता दें कि कल अनंतनाग और बांदीपुरा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे. हालांकि इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था. आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद

सुरक्षा बलों ने अनंतनाग जिले के वेरिनाग इलाके के खागुंड में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था. आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करने से अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया.

घाटी में आतंकी फिर से सिर उठा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से आतंकी लगातार घाटी के अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहे हैं या फिर सुरक्षाबलों पर हमला कर रहे हैं. कल पुंछ के सूरनकोट एलओसी से सटे इलाके में आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी.

घुसपैठ की खुफिया जानकारी मिलने के बाद कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ. सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई, जिसके बाद सेना के एक JCO और 4 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल सैनिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान वह शहीद हो गए.

नायब सूबेदार जसविंदर सिंह(जेसीओ)- पंजाब के कपूरथला जिले के माना तलवंडी गांव के रहने वाले थे.
नायक मनदीप सिंह- पंजाब के गुरदासपुर जिले के चाल्हा गांव के रहने वाले थे.
सिपाही गज्जन सिंह- पंजाब के रोपड़ जिले के पंचन्द्रा गांव के रहने वाले थे.
सिपाही सरज सिंह- यूपी के शाहजहांपुर जिले के अख्तयारपुर धवकल गांव के रहने वाले थे.
सिपाही वैशाख एच- केरल के कोल्लम जिले के ओदानवट्टम गांव के रहने वाले थे.
जवानों के साथ-साथ आम लोगों को निशाना बना रहे हैं आतंकी

आतंकवादियों के घाटी में खौफ फैलाने का ये नया हथकंडा है. दहशत की बिसात पर अब वो देश के जवानों और नेताओं के साथ-साथ आम लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं

और उनमें भी गैर मुस्लिमों की पहचान करके उनको मारा जा रहा है. आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में आतंक का तेजी से सफाया जरूर हुआ था, लेकिन इस साल बदली हुई रणनीति से आतंकवाद फिर पैर फैलाने की कोशिश कर रहा है.

2021 के इन 10 महीनों में घाटी में 103 आतंकी हमले हो चुके हैं, जिसमें 22 आम नागरिकों की मौत हुई है. जबकि 30 जवान शहीद हुए, इसके साथ ही हमारे जांबाज जवानों ने 134 आतंकियों को भी ढेर किया है.

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