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मुख्यमंत्री नीति आयोग की शासी परिषद की सातवीं बैठक में सम्मिलित हुए

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की शासी परिषद की सातवीं बैठक में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आज प्रदेश जो कुछ करने में सफल है, उसके पीछे प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन एवं नेतृत्व ही सबसे बड़ा सम्बल है। इसके कारण आज उत्तर प्रदेश बीमारु राज्य की श्रृंखला के उठकर एक स्वावलम्बी और समर्थ प्रदेश बनने की ओर अग्रसर हुआ है। देश एवं प्रदेश को नेतृत्व एवं मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रदेश की 25 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री जी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि गरीब, किसान, मजदूर, युवा, महिला सहित सभी वर्गों को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री जी ने ‘सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का जो मंत्र दिया है, वह देश में सर्वस्पर्शी तथा सर्वसमावेशी विकास का आधार बना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर भारत अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण करेगा। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्षन में पूरा देष इस ऐतिहासिक अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है। वर्ष 2047 का भारत कैसा होगा, इसके लिए प्रधानमंत्री जी ने आगामी 25 वर्ष के काल खण्ड को ‘अमृत काल’ निर्धारित करते हुए, नवीन संकल्प के साथ नए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी देशवासियों से अथक परिश्रम करने का आह्वान किया है। इस दृष्टि से यह बैठक अत्यन्त प्रासंगिक हो गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत दो वर्षाें में वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा समय से लिये गये निर्णयों के फलस्वरूप देश में जीवन और जीविका को सफलतापूर्वक बचाया गया। उनके नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार करते हुए मात्र 18 महीने की अवधि में देशवासियों को रिकॉर्ड 200 करोड़ कोविड वैक्सीन का सुरक्षा कवच प्रदान करने में सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश 35 में करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 में कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रधानमंत्री जी ने नये भारत के निर्माण के अपने संकल्प को मूर्तरूप देना प्रदान कर दिया था, जिसके अभिनन्दनीय परिणाम सभी के सामने हैं। विगत 08 वर्षाें में उन्होंने सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के प्रति समर्पित होकर जो कार्य किया, वह देशवासियों के जीवन मे व्यापक परिवर्तन का कारक बना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के देश की 05 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को पूरा करने में सर्वाधिक जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन यू0एस0 डॉलर का आकार देने का संकल्प लिया है। इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर रहे हैं। कोरोना काल के बावजूद प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने में सफलता मिली। आगामी 05 वर्ष में उत्तर प्रदेश 01 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करने में भी सफल होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश और प्रदेश की जनसंख्या का सबसे बड़ा हिस्सा आजीविका के लिए कृषि व सम्बद्ध क्षेत्रों पर निर्भर है। किसानों को खुशहाल बनाकर ही देश को समृद्ध किया जा सकता है। इसके दृष्टिगत प्रधानमंत्री जी ने किसानों की आय को दोगुना करने का निर्णय लिया है। किसानों को योजनाओं का प्रभावी और सुचारु ढंग से लाभ दिलाने के लिए प्रदेश सरकार डिजिटल एग्रीकल्चर ढांचे को सुदृढ़ कर रही। प्रदेश में डिजिटाइज्ड कृषक डेटाबेस में 3.3 करोड़ कृषक पंजीकृत है। विगत 05 वर्ष में इन किसानों को लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये विभिन्न योजनाओं में वितरित किये गये है। डी0बी0टी0 के माध्यम से अनुदान वितरित करने वाला उत्तर प्रदेश, देश का अग्रणी राज्य है। कृषकों के डेटाबेस को भू-अभिलेखों से जोड़ने की कार्यवाही 15 अगस्त, 2022 तक पूर्ण कर ली जाएगी। प्रदेश में सिंचाई की सुविधा में विगत 05 वर्ष में 21 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में अतिरिक्त की वृद्धि हुई है। ‘पी0एम0 कुसुम योजना’ के अन्तर्गत अभी तक 10,000 से अधिक किसानों को सोलर पैनल उपलब्ध कराए गये हैं। भू-मानचित्रों के जियो-रेफरेन्स्ड डिजिटाइजेशन तथा रियल टाइम अपडेशन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। बुआई के सटीक आंकड़े हेतु ऐप आधारित सर्वेक्षण प्रणाली विकसित की जा रही है ।

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