जम्मू कश्मीर

अनिल परिहार हत्याकांड: मारने वाले आतंकवादियों की हुई पहचान

 जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि, किश्तवाड़ में भाजपा नेता को मारने वाले आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा कि निगम चुनाव आसानी से पूरा हो जाने को लेकर आतंकवादी निराश थे। सुरक्षाबलों का मनोबल काफी ऊंचा है, उनका कहना है कि आतंकवादी पंचायत चुनाव में भी किसी तरह की गड़बड़ी नहीं कर पाएंगे।

शीतकालीन राजधानी जम्मू में सोमवार से सरकार का दरबार खुल गया है। इस मौके पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बताया कि, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि, किश्तवाड़ में भाजपा नेता को मारने वाले आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है।

सोमवार से नागरिक सचिवालय, राजभवन समेत पुलिस मुख्यालय, हाईकोर्ट, आयोगों के कार्यालय  अगले 6 महीनों तक जम्मू से काम करेंगे। दरबार मूव की परंपरा के तहत छह महीने के लिए जम्मू ही रियासत की राजधानी रहेगी। रियासत में राज्यपाल शासन लागू होने के चलते नागरिक सचिवालय में राज्यपाल सत्यपाल मलिक का गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया गया। इसके बाद राज्यपाल  ने सचिवालय की विभिन्न सेक्शनों का दौरा कर अधिकारियों व मुलाजिमों के लिए उपलब्ध करवाई गईं सुविधाओं का जायजा लिया।

जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव की सरगर्मियों के बीच आतंकियों ने जम्मू के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार रात भाजपा के राज्य सचिव अनिल परिहार व उनके भाई अजीत परिहार की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। किश्तवार में भाजपा नेता को मारने वाले आतंकवादियों की पहचान की गई है। इस हमले के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित कई लोगों ने कड़ी निंदा की थी। उमर अब्दुल्ला ने इसे दुखद करार देते हुए परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। 

जानकारी हो कि भाजपा के प्रदेश सचिव व उनके भाई की हत्या के मामले में आतंकियों की धरपकड़ के लिए गठित सीट ने कई इलाकों में छापेमारी की। एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। इसके अलावा अनिल परिहार की दुकान पर काम करने वाले दोनों नौकरों से भी पूछताछ की है। पुलिस अधिकारी जांच को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

सीट ने घटनास्थल को अच्छी तरह से खंगाल कर सबूत जुटाने का प्रयास किया था। इसके अलावा तापल गली के आसपास के इलाके में लोगों से पूछताछ की गई थी। रविवार को जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने किश्तवाड़ के कई इलाकों में छापेमारी की और एक दर्जन से अधिक लोगों को शक के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाया। पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों से पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या इनको आतंकी हमले के बारे में कोई जानकारी है कि नहीं।

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