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Premanand Maharaj Ke Pravachan: प्रेमानंद महाराज की ये बातें जीवन को बनाएंगी सफल, यहां देखें उनके प्रेरणादायक कोट्स

Premanand Maharaj quotes: वृंदावन के प्रेमानंद महाराज के प्रवचन और उनके विचार वर्तमान में सोशल मीडिया पर अत्यधिक सराहे जा रहे हैं. वे लोगों के प्रश्नों के उत्तर भी प्रदान करते हैं, जो सोशल मीडिया पर तेजी से फैलते हैं.

Premanand Maharaj Ke Pravachan: वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज को आज के युग में कौन नहीं जानता. वह केवल वृंदावन के निवासियों के बीच ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी अत्यधिक प्रसिद्ध हो चुके हैं. उनके वीडियो और रील्स अक्सर इंटरनेट पर तेजी से फैलते रहते हैं. इसके साथ ही, उनकी कथा और प्रवचन सुनने के लिए देशभर से लोग उनके आश्रम में आते हैं. आज हम आपको यहां पर प्रेमानंद महाराज के कुछ ऐसे प्रवचन के बारे में बता रहे हैं, जिनसे जीवन में प्रेरणा मिलती है.

  • प्रेमानंद जी महाराज का विचार है कि क्रोध मानव का सबसे बड़ा दुश्मन है. गुस्सा वह भावना है, जो अपने प्रियजनों और माता-पिता के प्रति भी अपशब्दों का प्रयोग करवा सकती है. इसलिए, क्रोध को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए
  • हाल ही में, उन्होंने लोगों के साथ खुश रहने का एक उपाय साझा किया. उनका कहना है कि यदि मन को प्रसन्न रखना है, तो केवल कार्य से संबंधित बातों को सुनना और स्वीकार करना चाहिए. इसके साथ ही, किसी की बातों को दिल से न लगाना चाहिए, क्योंकि यह आदत आपके दुख का कारण बन सकती है.
  • उनका यह भी कहना है कि भगवान का आश्रय और उनका नाम जपना आपको जीवन में कभी असफल नहीं होने देगा. आप कुछ भी करें, लेकिन यदि आप भगवान की शरण में नहीं हैं और प्रभु के नाम का जाप नहीं करते हैं, तो अंत में भी आप अशांत रहेंगे.
  • प्रेमानंद जी महाराज यह भी बताते हैं कि अपनी असफलताओं का दोष किसी और पर डालना बंद करें. इसका कारण कोई अन्य व्यक्ति नहीं, बल्कि आपके अपने कर्म हैं.

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