नगर निगम की बड़ी कार्रवाई: मोहम्मदपुर मजरा में 1.61 करोड़ की सरकारी भूमि अतिक्रमणमुक्त

लखनऊ(आरएनएस )। नगर निगम लखनऊ द्वारा सरकारी भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को एक बड़ी और सख्त कार्रवाई की गई। नगर आयुक्त गौरव कुमार के निर्देशों के क्रम में अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव द्वारा गठित विशेष टीम ने तहसील बक्शी का तालाब क्षेत्र के ग्राम मोहम्मदपुर मजरा में स्थित सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाया।कार्रवाई नगर निगम की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर नियमानुसार की गई। अभियान का संचालन प्रभारी अधिकारी (सम्पत्ति) रामेश्वर प्रसाद के मार्गदर्शन में किया गया। नगर निगम लखनऊ के तहसीलदार अरविन्द पाण्डेय द्वारा उपलब्ध कराई गई टीम ने कार्रवाई में सक्रिय भूमिका निभाई, जबकि नायब तहसीलदार राजेन्द्र कुमार के नेतृत्व में गठित राजस्व एवं प्रशासनिक टीम ने पूरी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया।अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान नगर निगम के राजस्व निरीक्षक प्रदीप गिरी, लेखपाल संजू मौर्या, विनोद वर्मा, आशुतोष, आलोक कुमार यादव सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे। किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए थाना इन्दिरा नगर से पुलिस बल भी तैनात किया गया था। इसके साथ ही तहसील बक्शी का तालाब के राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद भी मौके पर उपस्थित रहे।नगर निगम की टीम ने जेसीबी मशीन की सहायता से अस्थायी रूप से किए गए अवैध कब्जे को ध्वस्त कर दिया। अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई पूरी तरह नियमानुसार और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई, जिससे किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।अभियान के दौरान ग्राम मोहम्मदपुर मजरा स्थित सरकारी भूमि खसरा संख्या 580 (रकबा 0.486 हेक्टेयर) एवं खसरा संख्या 579 (रकबा 0.051 हेक्टेयर), जो नई परती भूमि में दर्ज है, से कुल 8073 वर्गफुट भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराया गया। इस भूमि की अनुमानित बाजार कीमत लगभग 1 करोड़ 61 लाख रुपये आंकी गई है।नगर निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भविष्य में भी इस तरह की सख्त कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सरकारी भूमि पर अतिक्रमण न करें और यदि कहीं अवैध कब्जे की जानकारी हो तो नगर निगम को सूचित करें, ताकि समय रहते प्रभावी कार्रवाई की जा सके।



