दिल्ली: BJP ज्वाइन करने की अफवाह से दुखी पूर्व राष्ट्रपति की बेटी
दिल्ली कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने एवं भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा है कि वह कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखती हैं, इसीलिए राजनीति में आई हैं। कांग्रेस छोड़ने से बेहतर होगा कि वह राजनीति ही छोड़ देंगी।
दरअसल, बुधवार शाम पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम के सिलसिले में नागपुर पहुंचे तो दिल्ली में उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी के भाजपा में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई। उनके पश्चिम बंगाल की मालदा लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चा होने लगी।
दैनिक जागरण से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता। वह दिल्ली में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए लगातार मेहनत कर रही हैं। अगर ऐसा होता तो वह इस कदर मेहनत नहीं करतीं। इस तरह की चर्चाएं अफवाह से अधिक कुछ नहीं है। वहीं, कुछ ही देर में शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट कर ऐसी चर्चाओं पर पूरी तरह से विराम लगा दिया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘पहाड़ों पर सूर्यास्त के खूबसूरत नजारे का लुत्फ ले रही थी कि भाजपा में मेरे शामिल होने की अफवाह की जानकारी मिली। क्या इस संसार में कहीं भी शांति और मानसिक सुकून नहीं मिल सकता? मैं राजनीति में आई ही इसलिए थी क्योंकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास था। कांग्रेस छोड़ने से बेहतर होगा कि मैं राजनीति ही छोड़ दूं।
वहीं, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा को पिता का संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए नागपुर जाना पसंद नहीं आया। शर्मिष्ठा ने बुधवार को कहा कि उनके पिता भाजपा और संघ को झूठी कहानियां गढ़ने का मौका देने गए हैं। उनका भाषण तो भुला दिया जाएगा, लेकिन तस्वीरें संभाल कर रखी जाएंगी।
बुधवार को ट्वीट में शर्मिष्ठा ने उम्मीद जताई है कि पूर्व राष्ट्रपति महसूस करेंगे कि किस तरह भाजपा का ‘डर्टी टिक डिपार्टमेंट’ काम करता है। वह भाजपा और आरएसएस को झूठी कहानियां गढ़ने का पूरा मौका देने जा रहे हैं। शर्मिष्ठा का गुस्सा यह अफवाह उड़ने के बाद फूट पड़ा जिसमें कहा गया है कि वह भाजपा में शामिल होने जा रही हैं। यह भाजपा के डर्टी टिक डिपार्टमेंट का कारनामा है। उनके लिए कांग्रेस के बजाय राजनीति को ही अलविदा कहना बेहतर रहेगा। माकन ने भी शर्मिष्ठा के भाजपा में शामिल होने की अफवाहों का खंडन किया है।