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लोकसभा चुनाव 2019: यूपी में वरिष्ठ नेताओं को भी मैदान में उतारेगी कांग्रेस

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस दलबदलुओं के बजाए अपने वरिष्ठ नेताओं पर भरोसा करेगी। लोकसभा चुनाव में अकेले ताल ठोक रही कांग्रेस प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। पार्टी सभी पूर्व सांसदों व नेताओं की सक्रियता और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए टिकट देगी। उम्मीदवारों में युवाओं को भी भरपूर नुमाइंदगी होगी। वहीं, कुछ सीट पर दूसरी पार्टियों से आए उम्मीदवारों को टिकट दिया जा सकता है।

प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि लगभग सभी सीट पर उम्मीदवार हैं। ऐसे में चुनाव रणनीति को अंतिम रुप देने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी सक्रिय पूर्व सांसदों के साथ 2014 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाले प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार सकती है। इसके लिए पार्टी ने सभी संभावित उम्मीदवारों को तैयारी करने के संकेत भी दे दिए हैं। ताकि, अभी से क्षेत्र में प्रचार अभियान की तैयारियां शुरू कर सके।

कार्यकर्ताओं में जोश
प्रियंका गांधी वाड्रा और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने से कार्यकर्ताओं जोश में हैं। कांग्रेस के परंपरागत मतदाताओं में भी उम्मीद जगी है। पार्टी नेता मानते हैं कि ऐसे में कांग्रेस जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए मजबूत प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारती है, तो 2009 का प्रदर्शन दोहराने में अधिक मुश्किल नहीं होगी। 2009 में पार्टी ने 21 सीटें जीती थी। उस वक्त केंद्र में यूपीए सरकार थी। कर्जमाफी और मनरेगा मुख्य चुनावी मुद्दे थे।

गरीबों को जोड़ने की कोशिश
छत्तीसगढ़ में सोमवार को हर गरीब को न्यूनतम आमदनी का अधिकार देने का ऐलान कर पार्टी ने किसान के साथ गरीब तबके को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश की है। वह मानते हैं कि यकीनी तौर पर चुनाव में यह सभी मुद्दे असरदार साबित होंगे।

इन नेताओं को लड़ाने की तैयारी
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर, वरिष्ठ नेता निर्मल खत्री, सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल, संजय सिंह, रतना कुमारी सिंह, प्रदीप कुमार जैन, पीएल पुनिया, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह, अजय राय, नगमा, अनु टंडन और राजेश मिश्रा सहित कई नेताओं का चुनाव लड़ना तय है।

कर्जमाफी की आस
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जिस तरह चुनावी मुद्दे तय कर रहे हैं, उससे पार्टी नेताओं में उम्मीद जगी है। प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कर्जमाफी के बाद लोगों को यकीन है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो कर्जमाफी तय है।

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