जम्मू कश्मीर

घराना वेटलैंड में पहुंचा अज्ञात मेहमान, जानिए इसे देख क्यों आकर्षित हो रहे हैं लोग !

आरएस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित प्रवासी पक्षियों की स्थली घराना वेटलैंड में एक अज्ञात बतख की दस्तक लोगाें के आकर्षण का केंद्र बन गई है। वहीं इस पक्षी ने पक्षी प्रेमियों का ध्यान भी अपनी ओर खींचा है। यहां आने वाली विभिन्न प्रजातियों से यह पक्षी एकदम अलग है। मुख्यता भूरे रंग की इस बड़ी बतख के गले में सफेद रंग की पट्टी उसको खास बना रही है आर दूससे ही इसकी पहचान हाे रही है। चाल ढाल में भले ही यह बहुत ज्यादा चुस्त नहीं मगर अन्य प्रवासी पक्षियों के झुंड में यह आसानी से विचरण कर रही है। वहीं अक्सर वेटलैंड के तालाब में तैरती व फीड ग्रहण करती भी नजर आती है। इस रंग रूप का पक्षी क्षेत्र वासियों ने पहले यहां कभी नही देखा। न ही यह पक्षी विशेषज्ञों की रिकार्ड लिस्ट में है। घराना में तैनात अधिकारी जोगिंद्र लाल का कहना है कि प्रवासी पक्षी पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

कहीं क्रास ब्रीड तो नही

पर्यावरण विशेषज्ञ डा. दुष्यंत का कहना है कि घराना में दिख रही बतख क्रास ब्रीड हाे सकती है। कभी कभी पालतू बतख के प्रवासी बतख के साथ प्रज्जनन हो जाने हो जाता है और क्रास ब्रीड की उत्पत्ती होती है। चूंकि घराना के आसपास पालतू बतखें किसान नही रखते। ऐसे में घराना पहुंची बतख कहीं और क्षेत्र से यहां आई होगी। प्रवासी पक्षियों के सीजन के गुजरते ही यह बतख कहीं अन्य स्थल की ओर जा सकती है।

राजहंसों से गुलजार हुआ घराना

दुनियां में सबसे ऊंचाई पर उड़ने के लिए माने जाने वाले राजहंसों की तीन सप्ताह बाद वापिसी होने से घराना वेटलैंड फिर से गुलजार हो गया है। तकरीबन एक हजार से बारह सौ राजहंस पिछले तीन दिनों से घराना के तालाब में उतर रहे हैं और सुबह से लेकर शाम तक चहलकदमी कर रहे हैं। वहीं पक्षी लौटने से पर्यटकों में ही रोचकता बढ़ गई है और वे घराना पहुंचने लगे हैं। घराना वेटलैंड पर यहीं राजहंस पक्षी आकर्षण का केंद्र होते हैं जिनको देखने के लिए लोग दूर दूर से यहां पहुंचते हैं। मगर इन पक्षियों की गैर मौजूदगी लोगों को निराश कर रही थी। पिछले समय में यह पक्षी अचानक वेटलैंड क्षेत्र से गायब हो गए थे।

खेतों में चल रहे काम से विचलित हो रहे पक्षी

पर्यावरणविद मंजीत सिंह का कहना है कि बारिश नही होने के साथ साथ खेत खलिहान में खेती काम के चलते हो रही हलचल से पक्षी विचलित हो रहे थे। मगर अब साजगार माहौल है और यह प्रवासी पक्षी घराना वेटलैंड पर लौटने लगे हैं। इससे पर्यटकों का भी उत्साह बढ़ गया है। घराना पहुंची मधु शर्मा का का कहना है कि पिछले सप्ताह जब वह घराना पहुंची तो तालाब परिसर वीरान ही था। सिलेटी रंग वाले राजहंस कहीं नजर नही आए। मगर अब वह दोबारा यहां आई हैं तो राजहंसों की अच्छी संख्या देखकर मन खुश हुआ।

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