दिल्ली एनसीआर

अफ्रीकन अदा व मिस्त्र की मस्ती, वाह!, जानिए- कहां दिखा ऐसा नजारा

 दिल्ली से सटे फरीदाबाद में लगे 33वें सूरजकुंड मेले का आज पांचवां दिन है। मंगलवार की जागी हुई सुबह है। हल्के कोहरे के बीच लुकाछिपी खेलते हुए आहिस्ता-आहिस्ता सूरज भी बादलों की ओट से बाहर आ चुके हैं। कार्य दिवस होने के बावजूद मेले में आने वालों की तादात अब धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। देश-विदेश से आ रहे हस्तशिल्पियों के स्टॉलों पर सामान अच्छे ढंग से सज चुके हैं। मेले में आने वाले सैलानी बड़े उत्साह और उमंग के साथ हस्तशिल्पियों के पास जाकर सामान की जानकारी भी ले रहे हैं।

मुख्य मार्ग के पास एक स्टॉल पर खरीदारी कर रहा गुरुग्राम से आया एक परिवार बेहद खुश नजर आ रहा है। मुख्य मार्ग पर महाराष्ट्र के लोक कलाकारों की आकर्षक झांकी पालकी के साथ निकलने लगी है। झांकी देखने के लिए मार्ग के दोनों ओर लोग कतारबद्ध होकर खड़े है। रंग-बिरंगे लोक कलाकारों के साथ सेल्फी के फेर में कुछ उत्साही युवा मुख्य मार्ग के बीच में आ जाते हैं। इन लोगों के झांकी के मार्ग में आने पर हरियाणा पुलिस के कुछ पुरुष और महिला सिपाही लोगों को किनारे होने की हिदायत दे रहे हैं। इनके हटने के बाद झांकी सुचारू रूप से अपना गंतव्य तय करती है।

लुभावने लोक नृत्यों से समां बंधा

सुबह 11 बजे हैं। मेले की मुख्य चौपाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। अफ्रीका महाद्वीप के देश इथोपिया के कलाकारों ने परंपरागत लोकनृत्य करते हुए मंच संभाल लिया है। हालांकि, दर्शक दीर्घा में अभी उतनी भीड़ नहीं है, फिर भी जितने लोग है वह इनको बड़े ही उत्साहित होकर देख रहे हैं। इसके बाद स्थानीय सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों की टीम ने नए दौर में पिता-पुत्र संबंधों पर आधारित मार्मिक नाट्य प्रस्तुति के जरिए बड़े बुजुर्गों की सेवा का संदेश दिया। इन छात्रों की भावपूर्ण प्रस्तुति देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। कुछ देर बाद अफ्रीकी देश नाइजर के मियामी शहर से आए कलाकारों की टीम आइसा अली और सुमाइला की टीम ने दक्षिण अफ्रीका के गांधी नेल्सन मंडेला को समर्पित एक गीत ‘ऐन सी बोनांगा..’की लाजवाब प्रस्तुति से लोगों का नस्ली और रंगभेदी नीतियों की मुखालफत का संदेश दिया।

इसके बाद मंच पर इजिप्ट यानी मिस्त्र से आए कलाकारों ने लुभावने लोक नृत्यों से जो समां बांधा युवाओं के साथ अन्य लोग भी थिरकने को मजबूर हो गए। मेले में पहली बार आए युवा बेहद उत्साहित सूरजकुंड मेले में दिल्ली एनसीआर के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में युवक-युवतियां आ रहे हैं। अपने साथियों के साथ मेले में पहुंच रहे ये युवा कपड़ों के फैशन, डिजायन के नए ट्रेंड, खाने-पीने की कई प्रकार की वैरायटी को एक जगह पाकर बेहद खुश नजर आ रहे हैं।

दिल्ली यूनिवर्सिटी से आई छात्रा ज्योति, नेहा, हिमानी और आकांक्षा मेले में पहली बार आकर बेहद रोमांचित हैं। नगाड़े को बजाते हुए उमंग में उनका खिलखिलाना, उनके चेहरे की चमक बहुत कुछ कह जाती है।

लोगों में पगड़ी बंधवाने का दिखा क्रेज

सूरजकुंड मेले में आ रहे सैलानियों में हरियाणवी और राजस्थानी पगड़ी बंधवाने का जबर्दस्त क्रेज दिख रहा है। इन प्रदेशों के अपना घरों पर कोई भी मात्र 100 रुपये देकर पगड़ी बंधवाकर अपनी तस्वीर ¨खचा सकता है। जबकि 300 रुपये देकर आप पगड़ी घर भी लेकर जा सकते हैं। पिछले चार दिनों में अब तक सैकड़ों की संख्या में लोग पगड़ी बंधवा चुके हैं।

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