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दावेदारों में टिकट की जोर आजमाइश के बीच भाजपा की काट में जुटी कांग्रेस

लोकसभा की पांचों संसदीय सीट पर टिकट की दावेदारी को लेकर युवा नए चेहरे और वरिष्ठ व अनुभवी के बीच जोर आजमाइश तेज हो गई है। वहीं, बदले हुए नए राजनीतिक माहौल में भाजपा की काट के लिए कांग्रेस ने रणीति शुरू कर दी है। इसके तहत बूथ स्तर पर युवाओं को सक्रिय किया जा रहा है। 

सैनिक बहुत उत्तराखंड राज्य। पहले पुलवामा में आतंकी हमलों में सीआरपीएफ जवानों की शहादत से उपजे आक्रोश और फिर पाकिस्तान पर वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जन भावनाओं के ज्वार को लेकर सतर्क भाजपा। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का दून पहुंचकर शहीद सैनिकों के परिजनों का सम्मान। यानी कुल मिलाकर भाजपा की इस सक्रियता ने कांग्रेस के माथे पर बल डाल दिए हैं।

अब प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस प्रदेश में भाजपा की रणनीतिक काट के लिए जिलों से लेकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को नए सिरे से सक्रिय करने जा रहा है। इसमें सैनिकों, पूर्व सैनिकों-अ‌र्द्धसैनिकों को साधने के साथ ही भाजपा पर हमले तेज किए जाएंगे।

मिशन 2019 को लेकर शिद्दत से तैयारी में जुटी कांग्रेस उत्तराखंड में भाजपा की तैयारियों को लेकर अलर्ट हो गई है। दरअसल देश में बने माहौल को लेकर भाजपा पूरी तरह से सतर्क है। सत्तारूढ़ दल ने नए माहौल को भांपकर जिसतरह अपनी चुनावी रणनीति को धार देनी शुरू की है, कांग्रेस भी इसकी काट में जुट गई है। इसके तहत कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में दमदार उपस्थिति का अहसास कराना चाह रही है।

विधानसभा चुनाव में पार्टी की प्रदेश में बुरी गत हुई थी। हालांकि, इसके बाद नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस ने अपनी स्थिति अपेक्षाकृत मजबूत की। दो नगर निगमों हरिद्वार और कोटद्वार में पार्टी मेयर के पदों को अपनी झोली में डालने में कामयाब रही तो अधिकतर जिला मुख्यालयों के निकायों में भी कांग्रेस की स्थिति बेहतर रही।

कांग्रेस के सामने अब लोकसभा की बड़ी चुनौती है। इसे लेकर पार्टी एहतियात बरत रही है। चुनाव में पार्टी के खेवनहार बनने वाले सभी नेताओं को साथ रखने के साथ जिलों से लेकर ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा रखने की तमाम कोशिशें चल रही हैं।

यह दीगर बात है कि चुनाव तैयारियों के मामले में सत्तारूढ़ भाजपा विपक्षी दल को बढ़त नहीं लेने देना चाहती। इस वजह से लोकसभा चुनाव से ऐन पहले पुलवामा और पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देश के साथ ही सैनिक बहुल राज्य उत्तराखंड में उपजे जन भावनाओं के ज्वार को भांपकर भाजपा ने प्रदेश संगठन को सक्रिय करने के साथ ही रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को शहीद परिवारों को बीच भेजने में देर नहीं लगाई।

वहीं भाजपा की सक्रियता भांपकर कांग्रेस ने जिलों से लेकर बूथ स्तर पर संगठन को सैनिकों, पूर्व सैनिकों के बीच सक्रियता बढ़ाने को कहा है। जिलों में भेजे गए पर्यवेक्षकों को भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का जिम्मा सौंपा गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस सदैव ही स्वाभाविक रूप से सैनिकों का सम्मान करती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सेना के पराक्रम पर राजनीति कर रही है। यह गंभीर विषय है। सेना के पराक्रम के राजनीतिकरण का सच जनता को बताया जाएगा।

इसके लिए पर्यवेक्षकों से लेकर जिला और निचली इकाइयों को बैठक करने को कहा गया है। भाजपा की इन कोशिशों का पार्टी आक्रामक अंदाज में जवाब देगी।

यहां टिकट को युवाओं और वरिष्ठ नेताओं में जोर आजमाइश

टिहरी संसदीय सीट पर टिकट की दावेदारी को लेकर युवा नए चेहरे और वरिष्ठ व अनुभवी के बीच जोर आजमाइश तेज हो गई है। इस सीट पर पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक व पूर्व काबीना मंत्री तिलकराज बेहड़ ने मंगलवार को संभावित दावेदारों के चयन को लेकर वरिष्ठ और युवा नेताओं से रायशुमारी की।

उधर, राज्य की पांच संसदीय सीटों पर संभावित दावेदारों को लेकर पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट आठ मार्च तक प्रदेश संगठन को मिल जाएगी। नौ मार्च को नई दिल्ली में स्टेट स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रत्येक सीट पर संभावित दावेदारों में से तीन-तीन नाम के पैनल को अंतिम रूप दिया जाएगा।

टिहरी सीट के लिए पर्यवेक्षक व पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ ने मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में महानगर कांग्रेस कमेटी और पछवादून जिला कांग्रेस कमेटी के साथ प्रत्याशियों के चयन के संबंध में चर्चा की। वरिष्ठ नेताओं में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व मंत्रियों हीरा सिंह बिष्ट, नवप्रभात, शूरवीर सिंह सजवाण, मातबर सिंह कंडारी, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, जिला पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह के साथ बंद कमरे में अलग-अलग मुलाकात की।

पूर्व मंत्रियों व पूर्व विधायकों के साथ ही पार्षदों और पूर्व पार्षदों, प्रदेश पदाधिकारियों व विभिन्न नेताओं से भी अलग-अलग बातचीत की गई। टिहरी सीट पर अभी तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व चकराता विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, मातबर सिंह कंडारी, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, जोत सिंह नेगी की दावेदारी जिला इकाइयों के माध्यम से भी आ चुकी है।

पर्यवेक्षकों के समक्ष मौजूद नेताओं ने दावेदारी को लेकर अपना पक्ष रखा। साथ ही इस पर भी जोर दिया कि टिहरी सीट से पार्टी के प्रति निष्ठावान और मजबूत प्रत्याशी को ही टिकट मिलना चाहिए। पार्टी सूत्रों के मुताबिक युवा व नए चेहरों को भी लोकसभा चुनाव में मौका देने का सुझाव कई नेताओं की ओर से दिया गया।

विभिन्न क्षेत्रों से आए नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह को भी युवा व नए चेहरे के तौर पर मैदान में उतारने की पैरवी की। वहीं कांग्रेस नेत्री आशा मनोरमा डोबरियाल ने भी दावेदारी पेश की। उधर, पत्रकारों से बातचीत में पर्यवेक्षक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता तिलकराज बेहड़ ने स्वीकार किया कि पार्टी के भीतर से युवा चेहरे के साथ ही वरिष्ठ व अनुभवी नेताओं की दावेदारी पर जोर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि टिहरी और उत्तरकाशी में बैठकें करने के बाद वह आठ मार्च तक संभावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार कर प्रदेश अध्यक्ष को सौंप देंगे। प्रदेश अध्यक्ष की ओर से प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह को उक्त पैनल सौंपे जाएंगे। उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि नौ मार्च को नई दिल्ली में स्टेट स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक तय की गई है।

आशा मनोरमा डोबरियाल  के लिए मांगा टिकट

विभिन्न सामाजिक संगठनों ने कांग्रेस नेता आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा को टिहरी लोकसभा सीट से टिकट देने की वकालत की है। उन्होंने कांग्रेस के टिहरी लोकसभा क्षेत्र के पार्टी पर्यवेक्षक तिलराज बेहड़ को इस संबंध में पत्र भेजा है।

पत्र में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने हस्ताक्षर किए हैं और बताया है कि उत्तराखंड लोकतंत्र अभियान विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर राज्य के सभी जनपदों में कार्य कर रहा है।

सामाजिक चेतना मंच से हरीश नागपाल, जनजागरण समिति से नीरज कुमार, कौमी एकता समिति से एके सिंह, लोक अभियान के संयोजक कुलदीप प्रसाद आदि ने बताया कि यदि कांग्रेस आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा को टिहरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाती है तो लोग उन्हें अपना सांसद चुनेंगे।

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