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दशहरी गया विदेश, लखनऊ वाले तरसे अच्छे स्वाद को

लखनऊ वाले अच्छी दशहरी के लिए तरस रहे हैं। दूसरी तरफ विदेशी इस बार बेहतरीन दशहरी का आनंद ले रहे हैं। वजह यह है कि खराब फसल की आशंका में इस बार आम कारोबारियों ने अच्छी गुणवत्ता वाली दशहरी को विदेशों के बाजार में पहुंचा दिया। लखनऊ के बाजार में अच्छा दशहरी गायब है लेकिन दुबई, लंदन, जर्मनी और अमेरिका में इसकी कोई कमी नहीं है। लगभग यही हाल दिल्ली, मुम्बई जैसे देश के मेट्रो शहरों का भी है। मैंगों पैक के एक आंकड़े के अनुसार अभी तक इन देशों में लगभग सात टन आम भेजा जा चुका है। यह आंकड़ा तब और महत्वपूर्ण हो जाता है जब आम की फसल पिछली बार के मुकाबले 30 से 40 फीसदी ही बची है।

सात टन लाजवाब दशहरी पहुंची विदेश

मैंगों पैक की देखरेख करने वाले मोहसिन खान बताते हैं कि अभी तक लगभग सात टन के आसपास दशहरी विदेश भेजी जा चुकी है। वह यह भी मानते हैं कि दशहरी की फसल खराब और कम होने के कारण इसकी गुणवत्ता पर असर पड़ा है। इसीलिए बागों में पहले ही अच्छी गुणवत्ता वाली दशहरी विदेश भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि जर्मनी, लंदन और दुबई समेत अन्य अरब देशों में इसको भेजा गया है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि पिछले कई वर्षों से गुणवत्ता और मिठास के चक्कर में अमेरिका नहीं भेजी जा रही दशहरी इस बार अमेरिका भी पहुंच गई। उन्होंने बताया कि ग्यारह कुंतल वाला एक कंटेनर दशहरी अमेरिका के बाजार पहुंच चुका है।

80 रुपये तक बिका दशहरी

लखनऊ के बाजार में जो दशहरी बिक रहा है उसका दाम लगभग 80 रुपये प्रतिकिलो तक है। गोमतीनगर के राकेश दीवान बताते हैं कि दशहरी का नाम सुनकर ही मिठास मुंह में घुल जाती है। लेकिन इस बार बाजार में जो दशहरी आया है उसकी गुणवत्ता बेहद खराब है। इसके बावजूद दामों में कोई कमी नहीं आई है। यह क्यों हो रहा है इसकी जानकारी हमें नहीं है। वहीं बाजार में अभी तक डाल वाला दशहरी यदा-कदा ही दिखाई दे  रहा है।

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