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PM मोदी बोले, योग दुनिया की सबसे बड़ी ताकत, जानिए कैसे मनाया जाने लगा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

भारत की पहचान कहे जाने वाले ‘योग’ का पर्व गुरुवार (21 जून) दुनियाभर में मनाया जा रहा है. चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देश भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के देहरादून में योग किया. पीएम मोदी के साथ करीब 50 हजार लोग मौजूद रहे. इस दौरान राज्यपाल डॉक्टर के.के पॉल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, केंद्रीय आयुष मंत्री और उत्तराखंड के आयुष मंत्री हरक सिंह रावत भी मौजूद रहे. वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राजभवन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने योग किया, इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल राम नाईक भी मौजूद रहे. 

भारतीयों के लिए गौरव की बात है: PM मोदी
योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनियाभर के योग प्रेमियों को योग दिवस की बधाई. उत्तराखंड पिछले कई दशकों से योग का केंद्र रहा है, इसलिए ये पर्व यहां के लिए काफी बड़ा है. पीएम ने कहा कि ये हम भारतीयों के लिए गौरव की बात है कि पूरी दुनिया में योग का पर्व मनाया जा रहा है. उन्होंने कि आज दुनिया के हर बड़े शहर में सिर्फ योग ही योग है. उन्होंने कहा कि जब तोड़ने वाली ताकतें हावी होती हैं तो बिखराव आता है, समाज में दीवारें खड़ी होती हैं परिवार में कलह बढ़ता है और जीवन में तनाव बढ़ता चला जाता है. इस बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम अपनी विरासत पर गर्व करेंगे तभी पूरी दुनिया इसे स्वीकार करेगी. आज पूरी दुनिया में ऐसा माहौल है जो योग के लिए सभी को बढ़ावा देता है.

पीएम मोदी की मुहिम रंग लाई: CM योगी
योग को पूरी दुनिया में पहचान दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की. सीएम योगी ने कहा कि चार साल पहले पीएम मोदी की मुहिम रंग लाई और दुनिया के 190 से ज्यादा देश एक साथ योग करते हैं. सीएम योगी ने अच्छी सेहत के लिए योग को रामबाण बताया. उन्होंने कहा कि जीवन में योग अपनाने से आमजन बीमारी पर खर्च होने वाले धन को बचा सकते हैं और स्वस्थ जीवन पा सकते हैं. सीएम योगी ने कहा कि जीवन में संतुलन साधना ही योग है. 

 

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को जानिए
पहली बार 21 जून 2015 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. साल 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने यूएन में अपने भाषण में इस दिवस को मनाने की पहल की थी. साल 2014 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई. योग दिवस प्रस्ताव को यूएन के 193 सदस्य देशों का समर्थन मिला. पीएम मोदी के इस प्रस्ताव को यूएन ने 90 दिनों में पारित किया. प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का एलान किया गया. 

भारत में योग दिवस के चार साल 
भारत भी आज चौथा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है. भारत में पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में योग किया. योग कार्यक्रम का आयोजन राजपथ पर किया गया. करीब 36,000 लोगों ने पीएम के साथ योग में शामिल हुए. पहले योग दिवस पर बने दो रिकॉर्ड गिनीज बुक में शामिल हुए. दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मोदी ने चंडीगढ़ में योग किया. तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मोदी ने लखनऊ में योग किया. चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर देहरादून में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में करीब 50 हजार लोग शामिल हुए. 

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के फायदे 
योग शिक्षकों की मांग लगातार बढ़ रही है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि 30-35 प्रतिशत योग शिक्षकों की मांग योग की जागरुकता से बढ़ सकती है. इसके साथ ही योग टूरिज़्म में इजाफा होने की उम्मीद है. दुनियाभर में योग को लेकर जागरुकता बढ़ रही है. योग की वजह से भारत की अंतर्राष्ट्रीय मान्यता बढ़ी हैं. 

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मकसद 
1- बेहतर स्वास्थ्य और जीवन शैली के लिये जागरुक बनाना.
2- योग के जरिए शारीरिक, मानसिक बीमारियों का समाधान करना.
3- लोगों में योग के जरिये ध्यान की आदत विकसित करना.
4- योग के फायदों से दुनिया भर के लोगों को जोड़ना.
5- पूरी दुनिया में चुनौतीपूर्ण बीमारियों की दर घटाना.
6- व्यस्त रुटीन के बीच योग के जरिए समुदायों को जोड़ना.
7- योग के जरिए विकास और शांति को दुनिया में फैलाना.
8- योग के जरिए दुनिया भर के लोगों के बीच तालमेल बढ़ाना.
9- योग अभ्यास के जरिए लोगों को प्रकृति से जोड़ना.
10- रोजाना योग के जरिए सेहत से जुड़ी चुनौतियों का समाधान.

 

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