मुस्लिम दंपती ने पेश की अनूठी मिसाल, विधि-विधान से किया भोलेनाथ का रुद्राभिषेक
उत्तराखंड के अल्मोड़ा स्थित प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में शनिवार को पश्चिम विहार, दिल्ली से आए एक मुस्लिम जोड़े ने विधि-विधान से रुद्राभिषेक करते हुए कौमी एकता की अनूठी मिसाल कायम की। जागेश्वर धाम में नवदंपती ने भगवान भोलेनाथ के दरबार में पूजा-अर्चना करने की अनुमति मंदिर प्रबंधक भगवान भट्ट से मांगी। नाम और वल्दियत मालूम होने पर प्रबंधक भी आश्चर्यचकित रह गए। इसके बाद प्रबंधक ने उनकी श्रद्धा को देखते हुए मंदिर के मुख्य पुजारी हेमंत भट्ट को बुलाकर उन्हें पूजा-अर्चना कराने की जिम्मेदारी सौंपी।
विधि-विधान से कराया रुद्राभिषेक
जागेश्वर धाम प्रबंधन कार्यालय में उन्होंने अपना नाम मुख्तार अली पुत्र जमाउद्दीन, निवासी पश्चिम विहार दिल्ली लिखाकर पांच सौ रुपये की रसीद प्राप्त की और पूजा करने की अनुमति ली। प्रधान पुजारी हेमंत भट्ट ने मंदिर परिसर में ही मुख्तार अली व उनकी पत्नी को विधि-विधान से रुद्राभिषेक कराया। साथ ही उन्हें जागेश्वर महात्म्य की पुस्तिका, रुद्राक्ष की माला और प्रतीक चिन्ह भेंट किया। मुख्तार ने बताया कि उनका जन्म भले ही मुस्लिम परिवार में हुआ है, लेकिन भोले शंकर की कृपा के कारण ही वह बाबा के दर्शन करने दिल्ली से यहां आए हैं।
मंदिर के पुजारी हेमंत भट्ट ने बताया कि रुद्राभिषेक के दौरान मुख्तार की पत्नी से भी अपना नाम बताने को कहा गया तो उन्होंने इन्कार कर दिया। इस पर उनकी ओर से भी कोई दबाव नहीं बनाया गया। मंदिर में किसी भी व्यक्ति के पूजा-अर्चना पर कोई रोक-टोक नहीं है।
जागेश्वर धाम में विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद मुख्तार अली और उनकी पत्नी ने पत्रकारों से संक्षिप्त वार्ता की। लोकसभा चैनल से जुड़े मुख्तार अली ने बताया कि वह समस्त द्वादश ज्योतिर्लिगों के दर्शन कर चुके हैं और सभी मंदिरों में विधि विधान से पूजा अर्चना कर चुके हैं। उन्होंने जागेश्वर धाम की तारीफ करते हुए यहां की प्राकृतिक सुंदरता को बनाये रखने की अपील भी की।